बांध टूटने पर लालू ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, कहा- बांध था या पानी का बताशा?
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार के भागलपुर जिले में ट्रायल रन के दौरान पानी के दबाव से गंगा पंप नहर योजना के बांध की दीवार के अचानक टूट जाने के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को दोषी ठहराते हुए उनसे इस्तीफा देने तथा मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की।
लालू यादव ने इस मसले पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया कि बांध था पानी का बताशा जो पानी आते ही गल गया।
828 करोड़ का नीतीश का बांध था या बताशा जो पानी आते ही गल गया।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 20, 2017
उन्होंने आगे एक और ट्वीट किया- बकौल नीतीश सरकार पहले चूहे बिहार में बाढ़ लेकर आए तो क्या अब 828 करोड़ का बांध घड़ियाल ने थूथुन से तोड़ दिया है?
बक़ौल नीतीश सरकार पहले चूहे बिहार में बाढ लेकर आए तो क्या अब 828 करोड़ का बाँध घड़ियाल ने थुथुन से तोड़ दिया है?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 20, 2017
राजद प्रमुख ने कहा कि इससे पहले उत्तर बिहार में जो बाढ़ से तबाही हुई है इसके लिए भी मुख्यमंत्री और जल संसाधन मंत्री ही जिम्मेवार हैं। वह पहले से ही कहते रहे हैं कि बाढ़ अचानक आयी नहीं थी बल्कि उसे जानबूझकर बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि उत्तर बिहार में जब बाढ़ आयी थी तब जल संसाधन मंत्री ने कहा था कि तटबंध पर ग्रामीण अनाज रखते थे जिसके कारण वहां चूहों ने घर बना लिया था और इसी वजह से तटबंध टूट गए थे। अब जल संसाधन मंत्री बताएं कि भागलपुर में क्या घड़ियाल ने बांध की दीवार तोड़ी है। यादव ने कहा कि अपना दोष चूहों पर मढ़कर सरकार बच नहीं सकती है। उन्होंने नीतीश सरकार में उपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचार फैला हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात सिर्फ दिखावा है। उन्होंने कहा कि जनता नीतीश कुमार को अच्छे से पहचान गई और अब उन्हें सबक सिखाएगी।
गौरतलब है कि भागलपुर जिले के कहलगांव में 40 साल बाद करोड़ो रुपए की लागत से तैयार बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना का बांध ट्रायल रन के दौरान 12 में 5 मोटर पंप चालू किए जाने के बाद लगभग एक घंटा के अंदर ही पानी के दबाव के कारण टूट गया था। बांध के टूटने से राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) कहलगांव के टाउनशिप के साथ आम नागरिक इलाके और व्यवहार न्यायालय के न्यायाधीशों के आवास में पानी प्रवेश कर गया । इस बीच भागलपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार नीतीश कुमार का आज का भागलपुर दौरा स्थगित कर दिया गया है। उधर बांध टूटने के कारण पानी के हो रहे फैलाव को फिलहाल बालू के बोरों के जरिए रोक दिया गया है। जिन इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है वहां से पानी भी निकाला जा रहा है।
बांध टूटने पर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने नीतीश सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भागलपुर में मुख्यमंत्री और जल संसाधन मंत्री का पुतला फूंका। आरजेडी ने कहा है कि करोड़ों रुपये के सृजन घोटाले के बाद भागलपुर में एक नया 'घोटाला' सामने आया है।