कश्मीर की एनआरआई लड़की ने कहा, पीएम मोदी आंदोलनकारियों को सुनें
अमेरिका के जॉर्जिया में रहने वाली फातिमा शाहीन ने कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री, अगर आप हम कश्मीरी लोगों का ख्याल रखते हैं तो उनको स्वतंत्रता से वंचित करने के लिए घाटी में सभी तरह की संचार व्यवस्था को बंद करके रास्ता नहीं निकाल सकते हैं, हम लोगों को उनकी बातों को सुनने के लिए सभी माध्यमों को खुला रखना होगा। संचार व्यवस्था पर बैन से कश्मीर का हल नहीं निकलेेगा। सभी कश्मीरी लोग इसके लिए पूछ रहे हैं।
उसने कहा कि रिश्तेदारों से मुलाकात के लिए वह 10 जुलाई को कश्मीर गयी थी। शाहीन ने कहा, प्रधानमंत्री, मैं खबरें देख रही हूं, फ्रांस के नीस में हुए हमले को दिखाया जा रहा है, इसके बाद तुर्की में तख्तापलट की कोशिश से जुड़ी खबरों को, साथ ही दक्षिणी भारत में मॉनसून से जुड़ी खबरों को प्रसारित किया जा रहा है लेकिन कश्मीर से जुड़ी खबरें कहां हैं।
इतने संवेदनशील मसले को मीडिया में नहीं दिखाया जा रहा है। प्रसारण बंद होने से मैं कभी नहीं जान सकती थी कि मेरे गृह शहर में इतने लंबे समय तक क्या चल रहा है। उसने दावा किया कि किसी को भी कश्मीर के लोगों की चिंता नहीं है, लेकिन सभी राज्य की जमीन चाहते हैं।