दावोस में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ फोटो खिंचवा रहा था नीरव मोदी
देश के बैंकिंग सिस्टम में हड़कंप मचाने वाले पीएनबी घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी कुछ ही दिन पहले दावोस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोटो खिंचवा रहा था। दवोस जैसे विश्व आर्थिक मंच पर प्रधानमंत्री के साथ नीरव मोदी की मौजूदगी को लेकर राजनैतिक दलों ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
केंद्र सरकार के तहत काम करने वाले पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की ओर से जारी फोटो से नीरव मोदी के दावोस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मौजूद होने की पुष्टि होती है। पीआईबी ओर से 23 जनवरी को जारी दावोस के एक ग्रुप फोटो में नीरव मोदी उद्योग जगत के तमाम दिग्गजों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिख रहे हैं। इस तस्वीर में नीरव मोदी देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार के साथ खड़े हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावोस में प्रधानमंत्री के साथ नीरव मोदी की उपस्थिति पर सवाल उठाते हुए तंज कसा कि पीएम मोदी से गले मिलो, उनके साथ दावोस में दिखो और इस रुतबे का फायदा उठाते हुए 12 हजार करोड़ रुपये चुराकर माल्या की तरह देश से निकल जाओ। सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी पीएम मोदी के साथ दावोस में नीरव मोदी की मौजूदगी पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया कि अगर यह आदमी 31 जनवरी से पहले ही देश छोड़कर भाग गया था, तो वह दावोस में प्रधानमंत्री से कैसे मिला? मोदी सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 280 करोड़ रुपये के फ्रॉड के मामले में गत 29 जनवरी को नीरव मोदी के खिलाफ पीएनबी द्वारा सीबीआई को शिकायत किए जाने से पहले ही वह एक जनवरी को देश से बाहर चला गया था। उसका भाई निशाल भी एक जनवरी को विदेश गया जबकि पत्नी एमी (अमेरिकी नागरिक) और बिजनेस पार्टनर मेहुल चौकसी (ज्वैलरी चेन गीतांजलि के मालिक) 6 जनवरी को देश छोड़ गए।
सीबीआई ने इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए लुकआउट सरकुलर जारी किया है। आज सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी नीरव मोदी के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। गत 31 जनवरी को सीबीआई ने नीरव मोदी, उनकी पत्नी, भाई और बिजनेस पार्टनर मेहुल चौकसी के खिलाफ 280 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज किया था। इसके बाद गत मंगलवार को पीएनबी ने नीरव मोदी के खिलाफ सीबीआई को भेजी दो और शिकायतों में कहा था कि यह घोटाला 11400 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है।
If this person had fled India before the FIR on Jan 31, then he is here, photographed at Davos with PM, a week before the FIR, after having escaped from India? Modi govt must clarify. #NiravModi #PublicMoneyLoot pic.twitter.com/gQQnKQNjDo
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) February 15, 2018