17 January 2015
प्रचार के लिए धन नहीं
केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए अब धन की कमी आड़े आ रही है। बताया जा रहा है कि सरकारी विज्ञापन एजेंसी डीएवीपी ने अब हाथ खड़े कर दिए हैं कि अब पैसा नहीं है इसलिए सरकार और धनराशि दे। अभी तक डीएवीपी के पास प्रचार के लिए जो धनराशि थी वह यूपीए सरकार द्वारा आवंटित की गई थी। खबर यह है कि जब इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हुई तो उन्होने अन्य मंत्रालयों को निर्देश दिया कि आवश्यक योजनाओं से बजट कम कर प्रचार-प्रसार पर ध्यान दें। क्योंकि जब तक प्रचार नहीं होगा तब तक सरकार के कामकाज का पता कैसे चलेगा। मंत्रालयों के पास भी संकट है कि उन्हें कोई नया बजट नहीं मिला है जिसमें वह कटौती करके प्रचार-प्रसार पर खर्च कर सकें।