जेएनयू छात्रों के समर्थन में उतरे हार्दिक पटेल, कहा- सरकार का जेएनयू को बंद करने का षडयंत्र
पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल ने शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रावास शुल्क बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों का समर्थन किया। हार्दिक ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक संदेश पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “छात्र खुद के लिए नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।”
जेएनयू बंद करने का षडयंत्र
उन्होंने कहा कि यह जेएनयू को बंद करने का षडयंत्र’ है। हार्दिक ने आरोप लगाया कि सरकार धर्म और राष्ट्रवाद के नाम पर युवाओं को गुमराह कर रही है। हिंदी में लिखे अपने संदेश में उन्होंने कहा कि "देश के युवा शिक्षा हासिल करने के बजाय नकली राष्ट्रवाद और धर्म में तल्लीन हैं और जेएनयू आंदोलन के प्रति उदासीन हैं। वास्तव में, सभी को इस आंदोलन में भाग लेना चाहिए।”
उन्होंने लिखा कि अगर लोग शिक्षित नहीं होना चाहते, या अपने बच्चों को पढ़ना नहीं चाहते हैं, तो उन्हें जेएनयू के छात्रों को बताना चाहिए कि वे शिक्षा नहीं गुलामी चाहते हैं, इसलिए आप संघर्ष छोड़ दें।
सरकार ने गठित की समिति
जेएनयू के छात्र हॉस्टल फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और कक्षाओं का बहिष्कार कर रहे हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वविद्यालय के सामान्य कामकाज को बहाल करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है, ताकि गतिरोध को तोड़ा जा सके।