पीडीपी विधायक ने आतंकियों को बताया शहीद और भाई, भाजपा ने जताया विरोध
जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के सहयोग से सरकार चला रही पीडीपी के एक विधायक ने विवादित बयान दिया है।
पीडीपी विधायक एजाज अहमद मीर ने कहा कि कश्मीर के आतंकी शहीद हैं और वे हमारे भाई हैं। इनमें से कुछ तो नाबालिग हैं, जिन्हें यह नहीं पता है कि वह क्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उग्रवादियों की मौत पर हमें जश्न नहीं मनाना चाहिए, वे कश्मीर के ही निवासी हैं।
Militants who are from Kashmir are martyrs, they are our brothers, some of them are minors who don't even know what they are doing: Aijaz Ahmed Mir,PDP MLA pic.twitter.com/13vRlhFBJ3
— ANI (@ANI) January 11, 2018
मीर के इस बयान के बाद पीडीपी के साथ बीजेपी के गठबंधन पर भी सवाल उठने लगे हैं। इससे पहले भी पीडीपी नेताओं के बयान बीजेपी को असहज करते रहे हैं। धारा 370, अनुच्छेद 35A समेत कई मसलों पर पीडीपी नेताओं ने बीजेपी को मुश्किल में डालने वाले बयान दिए हैं।
इस बीच केंद्रीय मंत्री और सीनियर बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने मीर के बयान पर कहा, 'आतंकी और अलगाववादी कश्मीर, कश्मीरियों, शांति और विकास के दुश्मन हैं। वे किसी के भाई कैसे हो सकते हैं?'
Terrorists & separatists are the enemies of Kashmir, Kashmiris, development and peace. How can they be someone's brother?: Mukhtar Abbas Naqvi, Union Minister pic.twitter.com/MN6L3tCbM3
— ANI (@ANI) January 11, 2018
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में चल रहे शीतकालीन सत्र से बाहर आते हुए मीर मीडिया से बातचीत में कहा, 'यह हमारी सामूहिक विफलता है। हम हमारे सुरक्षा बलों के जवानों के शहीद होने पर दुखी हैं। उनके परिवार वालों के प्रति हम सहानुभूति रखते हैं साथ ही उग्रवादियों के माता-पिता के साथ भी।'
बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी स्थानीय उग्रवादियों/आतंकवादियों से आतंक का रास्ता छोड़कर घर वापस लौटने की गुजारिश की है। साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। जम्मू -कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में जारी हिंसा को रोकने के लिए बीते रविवार को पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करने की वकालत की थी। इस पर मीर ने कहा कि अब समय आ गया है कि हुर्रियत, उग्रवादियों और दूसरे पक्षकारों से कश्मीर मुद्दे पर बात की जाए ताकि इस खूनी संघर्ष को रोका जा सके। दोनों देशों को कश्मीर मुद्दे पर सार्थक बातचीत शुरू करनी चाहिए।