Advertisement
06 November 2016

समान नागरिक संहिता, तीन तलाक पर मुहिम तेज करने की तैयारी में पर्सनल लॉ बोर्ड

google

इस बैठक की आयोजन समिति के प्रमुख और तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुलतान अहमद ने भाषा से कहा, पर्सनल लॉ बोर्ड की इस महत्वपूर्ण बैठक में कई मुद्दों पर बातचीत होगी। समान नागरिक संहिता और तीन तलाक के मुद्दे खासे अहम हैं। बोर्ड ने इन पर सरकार के रूख का पहले भी पुरजोर विरोध किया है तथा इस बैठक में दोनों मुद्दों पर आगे की रणनीति तय की जाएगी।

पिछले महीने विधि आयोग ने समान नागरिक संहिता सहित कुछ मुद्दों पर एक प्रश्नावली जारी की थी और इसके बाद पर्सनल लॉ बोर्ड ने इसका बहिष्कार करने का ऐलान किया था। बोर्ड ने आरोप लगाया था कि सरकार समान नागरिक संहिता थोपकर पूरे देश को एक रंग में रंगने की कोशिश कर रही है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि समान नागरिक संहिता को थोपा नहीं जाएगा और इस पर विधि आयोग ने फिलहाल लोगों की राय मांगी है।

बोर्ड के सदस्य कमाल फारूकी का कहना है, हम सरकार, विधि आयोग या अदालत किसी के खिलाफ नहीं हैं। हम राजनीतिक संगठन नहीं हैं। हमारा सिर्फ यह कहना है कि देश के संविधान में जो धार्मिक आजादी मिली हुई है उसी के तहत हम अपने पर्सनल लॉ की आजादी चाहते हैं। पर्सनल लॉ के मामलों में सरकार की ओर से दखल देना उचित नहीं हैं।

Advertisement

पर्सनल लॉ बोर्ड तीन तलाक और समान नागरिक संहिता को लेकर अपने पक्ष में मुस्लिम समुदाय के भीतर हस्ताक्षर अभियान चला रहा है। अब उसकी कोशिश अपनी मुहिम को और तेज करने की होगी। बोर्ड के एक शीर्ष पदाधिकारी ने कहा, हस्ताक्षर अभियान को पूरे देश में भरपूर समर्थन मिल रहा है। बैठक में इस मुहिम को तेज करने की रणनीति बनाई जाएगी। हमारी कोशिश होगी कि हम अपने समाज को इन दोनों मुद्दों पर ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें और यह समझाएं कि ये मामले महिला अधिकारों के लिए नहीं, बल्कि देश में एक कानून थोपने की कोशिश के तहत उठाए जा रहे हैं।

कुछ महिलाओं ने मुस्लिम समाज में तीन तलाक की व्यवस्था को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है और इसी पर शीर्ष अदालत ने सरकार से उसका पक्ष मांगा था। सरकार ने तीन तलाक का विरोध करते हुए कहा कि यह महिला विरोधी है और दुनिया के कई मुस्लिम देशों में इस प्रथा को खत्म किया जा चुका है।

देश की मुस्लिम महिला कार्यकर्ता एक साथ तीन तलाक व्यवस्था को खत्म करने के लिए सरकार और अदालत से दखल देने की मांग लंबे समय से करती आ रही हैं। भाषा एजेंसी

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: समान नागरिक संहिता, मुस्लिम पर्सनल लॉ, तीन तलाक, बैठक, muslim personnel board, uniform civil code, triple talaq, meeting
OUTLOOK 06 November, 2016
Advertisement