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28 September 2017

'प्लेबॉय' का एडिटर, जो कहता था छोटी सी जिंदगी में दूसरों के सपने नहीं जिए जा सकते

ह्यू हेफनर (बाएं), मर्लिन मुनरो की सगरेट जलाते हुए (ऊपर), लड़कियों के साथ (नीचे)

'मैंने सेक्स की तरफ लोगों के एटीट्यूड को बदला है। शादी से पहले सेक्स ना करने के कांसेप्ट को नष्ट किया है। इस बात से मुझे संतुष्टि मिलती है।'

- 1992 में 'न्यूयॉर्क टाइम्स' को दिए गए एक इंटरव्यू में हेफनर

प्लेबॉय मैगजीन के फाउंडर ह्यू हेफनर की 91 साल की उम्र में बुधवार को मौत हो गई। ह्यू हेफनर अपनी रंगीन लाइफस्टाइल के लिए जाने जाते थे। उनकी मैगजीन का नाम भी उनके मिजाज को सूट करता है। प्लेबॉय मैगजीन को एक दौर में पुरुषों की फैंटेसी पूरी करने वाली मैगजीन बना देने वाले ह्यू हेफनर की मौत पर मैगजीन की तरफ से उनका एक कथन ट्वीट किया गया, जिसमें हेफनर कहते हैं- 'जिंदगी इतनी छोटी है कि दूसरों के सपने नहीं जिए जा सकते।'

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हेफनर ने कभी परवाह नहीं की कि इतिहास उन्हें किस तरह याद रखेगा। अक्सर ऐसी शख्सियत के बारे में लिखते हुए ये भी खतरा रहता है कि लोग उन्हें बहुत ज्यादा रोमांटिसाइज कर देते हैं इसलिए ऐसी शख्सियत को कथित नैतिकता और समाज के तमाम मानदंडों से अलग रखकर निष्पक्ष होकर देखना चाहिए।

हेफनर भले कहते हों कि जिंदगी बहुत छोटी है और इसमें दूसरों के सपनों को नहीं जिया जा सकता लेकिन इस दुनिया के तमाम लोगों के अंदर जो फैंटेसी है, जो सपने हैं उसे इस शख्स ने जी रखा है क्योंकि अंत में इंसान आदिम इच्छाओं से भरा हुआ है। किसी शख्स को इस बात के लिए याद रखा जाता है कि उसने कितने लोगों की जिंदगी पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाला और हेफनर का प्रभाव निश्चित ही बहुत बड़ा था।

हेफनर पर अमेजन की सीरीज का पहला सीजन भी आ चुका है अमेरिकन प्लेबॉय- द ह्यू हेफनर स्टोरी के नाम से। इसमें हेफनर के इंटरव्यू, पुरानी फुटेज और कई सीन को रीक्रियेट करके दिखाया गया है।

प्लेबॉय की स्थापना

9 अप्रैल, 1926 को शिकागो में पैदा हुए हेफनर 1944-46 के बीच दो सालों तक आर्मी में भी रहे। हेफनर ने प्लेबॉय की स्थापना 1953 में की। उन्होंने पहले अंक में मर्लिन मुनरो की सेमी-न्यूड तस्वीरें छापीं। धीरे-धीरे ये मैगजीन अमेरिका में कल्ट बन गई। उनकी मैगजीन का विरोध भी काफी हुआ क्योंकि उन्होंने महिलाओं को सिर्फ एक ऑब्जेक्ट बना दिया था। हेफनर खुद कहते थे कि उन्होंने एक हजार से ज्यादा लड़कियों के साथ सेक्स किया है। 

मैगजीन के पहले अंक में मर्लिन मुनरो

इस मैगजीन की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एसोसिएशन प्रेस के मुताबिक, अपनी लांचिंग से एक साल के अंदर इस मैगजीन के लगभग 200,000 सब्सक्राइबर हो चुके थे।

'प्रॉफेट ऑफ पॉप हीडोनिज्म'

सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में उनकी रंगीनमिजाजी के बारे में पूछा गया तो हेफनर ने कहा- मैं कभी भी बड़ा नहीं होना चाहता। जवान रहना ही मेरे लिए सब कुछ है। जब मैं लड़का था तभी मैंने सोच लिया था कि मेरे लिए उम्र मायने नहीं रखती और जब तक लड़कियों को भी ऐसा लगता है, मुझे कोई दिक्कत नहीं है।

2002 में सीएनसीएन को दिए एक और इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'मैंने सच में प्लेबॉय को कभी सेक्स मैगजीन के रूप में नहीं सोचा है। मैं इसे लाइफस्टाइल मैगजीन मानता हूं, जिसमें सेक्स सिर्फ एक महत्वपूर्ण भाग है।‘

टाइम मैगजीन ने हेफनर को 'प्रॉफेट ऑफ पॉप हीडोनिज्म' यानी सुखवाद का पैगंबर कहा था। हेफनर अपनी पार्टियों में पाइप पीते हुए और सिल्क पायजामा पहने हुए नजर आते थे। आलीशान प्लेबॉय मैंसन में बड़ी-बड़ी पार्टियां होती थीं।

 

एक पार्टी में हेफनर

हेफनर ने 2011 में एपी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'मैं जैसा भी आज हूं, अपनी जड़ों की वजह से हूं। मैं प्योरिटन (प्रोटेस्टैंट ईसाईयों का एक समूह) समाज से आता हूं, जहां सेक्स की कोई बात नहीं होती थी। शराब वगैरह नहीं पी जाती थी। मैंने उस जीवन के कष्टदायक और पाखण्डी रूप को बहुत पहले देख लिया था।' हेफनर कहते हैं कि प्लेबॉय मैगजीन का आइडिया उन्हें एस्क्वायर मैगजीन से आया था, जिसे वो स्कूली दिनों में पढ़ते थे।

हेफनर को अपनी मैगजीन के लिए कई अवॉर्ड भी मिले। 1998 में हेफनर को अमेरिकन सोसायटी ऑफ मैगजीन एडिटर्स की तरफ से हाल ऑफ फेम मिला।

मैगजीन की दुनिया में अमेरिका का सबसे बड़ा अवॉर्ड हेनरी जॉनसन फिशर अवॉर्ड भी उन्होंने जीता। गिनीज बुक में किसी मैगजीन का सबसे ज्यादा लंबे समय तक एडिटर रहने का रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज है।

परिवार

हेफनर ने दो बार शादी की। पहली बार 1949 में मिल्ड्रेड विलियम्स से। 1958 में इनका तलाक हो गया। हेफनर की दूसरी शादी 1989 में हुई किंबर्ले कोनराड से। हेफनर ने दूसरी शादी की शाम को कहा, मैंने 30 सालों तक बैचलर पार्टी की। अब भी क्यों?’ लेकिन दूसरी बार भी 2010 में उनका तलाक हो गया। 2011 में वो क्रिस्टल हैरिस के साथ कुछ वक्त तक रिलेशन में रहे लेकिन शादी नहीं हुई।

प्लेबॉय की जिम्मेदारी

1985 में हेफनर को एक स्ट्रोक आया जिसमें वो पैरालाइज हो गए। उन्होंने अपनी मैगजीन की जिम्मेदारी अपनी बेटी क्रिस्टी को सौंपी। 2014 में हेफनर के बेटे कूपर ने ये जिम्मेदारी ली। कूपर ने मैगजीन में फिर से न्यूड तस्वीरें छापनी शुरु कीं, जो बीच में लगभग बंद हो गई थीं।

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TAGS: playboy magazine, hugh hefner, dies at 91, playboy
OUTLOOK 28 September, 2017
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