पीएम मोदी से मिले अभिजीत बनर्जी, सरकार की नीतियों पर टिप्पणी से बचते दिखे नोबेल विजेता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार सम्मानित अभिजीत बनर्जी से मुलाकात की।नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मजाक किया कि मीडिया उनसे कैसे “मोदी विरोधी” बयान निकलवाने की कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान बनर्जी ने अर्थव्यवस्था से जुड़े सवाल का जवाब देने से मना कर दिया और सरकार की नीतियों पर टिप्पणी करने से परहेज किया।
बनर्जी से मुलाकात के बाद मोदी ने ट्वीट किया, “नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी के साथ शानदार मुलाकात। मानव सशक्तीकरण के प्रति उनका जज्बा सबके सामने है। हमने विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। भारत को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। उनके भविष्य के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं।” वहीं, बनर्जी से जब पूछा गया कि आर्थिक मंदी से जुड़ी उनकी टिप्पणी को लेकर बहस चल रही है और ऐसे में वह प्रधानमंत्री से मिल रहे हैं, तो उन्होंने कहा, “मेरी सौहार्द्र और अच्छी मुलाकात रही। प्रधानमंत्री ने मजाकिया लहजे में कहा कि कैसे मीडिया मुझे मोदी-विरोधी बातें कहने के लिए जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा है। वे टीवी देख रहे थे और वे आप लोगों को देख रहे थे। और, वे जानते हैं कि आप क्या करने की कोशिश कर रहे हैं।”
58 वर्षीय अर्थशास्त्री बनर्जी को संयुक्त रूप से उनकी पत्नी एस्टर डुफ्लो और एक अन्य अर्थशास्त्री माइकल क्रेमर के साथ नोबेल पुरस्कार दिया गया है। यह पुरस्कार उन्हें “वैश्विक गरीबी के उन्मूलन के लिए उनके प्रयोगों” के लिए दिया गया है।
प्रधानमंत्री से मुलाकात को बनर्जी ने एक खास तरह का अनुभव बताया। उन्होंने कहा, “मुझे प्रधानमंत्री से मिलने का सौभाग्य हासिल हुआ। प्रधानमंत्री ने मुझे काफी पर्याप्त समय दिया और उन्होंने अपने विचारों के बारे में बताया, जो बिल्कुल ही अनूठा है। वह गवर्नेंस को किस तरह देखते हैं, इस बारे में बात की।” उन्होंने आगे कहा कि पीएम ने अपनी नीतियों को लेकर बात की। वो चीजों को कैसे लागू कर रहे हैं, इस पर भी बात की। प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे जमीन पर शासन में अभिजनों का नियंत्रण था। मशहूर अर्थशास्त्री ने बताया कि प्रधानमंत्री कैसे नौकरशाही में सुधार के लिए कदम उठा रहे हैं।
हाल में बनर्जी ने एक न्यूज चैनल से इंटरव्यू में कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था संकट के दौर में है। उन्होंने कहा था, “भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत खराब है। मौजूदा विकास दर को देखते हुए, भविष्य में उसके पुनरुत्थान के बारे में आश्वस्त नहीं हुआ जा सकता है।” बनर्जी ने अमेरिका से एक न्यूज चैनल को कहा था कि पिछले पांच वर्षों में हम कुछ विकास देख सके, लेकिन अब तो उस पर भरोसा करना भी दूर की बात है।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने बोला था हमला
इससे पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अभिजीत बनर्जी पर तीखा हमला बोला था। गोयल ने कहा था, “अभिजीत बनर्जी को नोबेल प्राइज मिला। मैं उनको बधाई देता हूं, लेकिन उनकी समझ के बारे में तो आप सब जानते हैं। उनकी जो सोच है, वह पूरी तरफ वामपंथी झुकाव वाला है। उन्होंने ‘न्याय योजना’ के बड़े गुणगान गाए थे। भारत की जनता ने उनकी सोच को पूरी तरह खारिज कर दिया।”
बनर्जी का जवाब
अभिजीत बनर्जी ने गोयल की टिप्पणी पर जवाब देते हुए एक चैनल से कहा कि 'मुझे लगता है कि इस तरह की टिप्पणी से कोई मदद नहीं मिलेगी। मुझे अपने काम के लिए नोबेल मिला है और उस पर सवाल करने से कुछ भी हासिल नहीं होगा। अगर भाजपा भी कांग्रेस पार्टी की तरह अर्थशास्त्र को लेकर सवाल पूछेगी तो क्या मैं सच नहीं बताऊंगा? मैं बिल्कुल सच बताऊंगा। अर्थव्यवस्था को लेकर मेरी समझ पार्टी के हिसाब से नहीं बदलेगी। अगर कोई मुझसे सवाल पूछेगा तो मैं उसके सवाल पूछने के इरादे पर सवाल नहीं खड़ा करूंगा। मैं उन सवालों का जवाब दूंगा।'
गोयल की टिप्पणी पर राहुल गांधी का ट्वीट
राहुल गांधी ने पीयूष गोयल की टिप्पणी पर बनर्जी के जवाब से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट को टैग करते हुए ट्वीट किया था। उन्होंने ट्वीट किया, “प्रिय मिस्टर बनर्जी, ये कट्टरपंथी घृणा में अंधे हैं और उन्हें मालूम नहीं है कि पेशवर व्यक्ति क्या होता है। चाहे आप एक दशक तक भी कोशिश करते रहें, आप उन्हें नहीं समझा सकते। इस बात को ध्यान में रखें कि लाखों भारतीयों को आप पर गर्व है।”