पीएम मोदी ने की आंग सान सू की से मुलाकात, रखाइन प्रांत में हो रही हिंसा पर जताई चिंता
ब्रिक्स सम्मेलन के लिए चीन दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यांमार दौरे पर हैं। मंगलवार को मोदी म्यांमार पहुंचे थे जहां उनका शानदार तरीके से स्वागत हुआ था।
Some glimpses from the ceremonial welcome in Myanmar earlier today. pic.twitter.com/cgsT7IKkS0
— Narendra Modi (@narendramodi) September 5, 2017
आज पीएम मोदी ने म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से मुलाकात की। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और म्यांमार की लंबी जमीनी तथा समुद्री सीमाओं पर सुरक्षा एवं स्थिरता बनाए रखना महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी ने सीधे तौर पर रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या पर कुछ नहीं कहा लेकिन पीएम मोदी बोले- 'रखाइन प्रांत में हिंसा के मुद्दे भारत चिंतित है, जिसमें ढेर सारे लोगों की जानें गईं। जिन चुनौतियों का आप सामना कर रहे हैं, हम उन्हें समझते हैं।'
वहीं आंग सान सू की ने कहा कि आतंकी खतरे को लेकर मजबूत रुख अपनाने पर भारत का धन्यवाद व्यक्त करना चाहेंगे जिसका हाल में म्यांमार ने सामना किया। हम मिलकर यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आतंकवाद को हमारी धरती पर या हमारे पड़ोसियों की धरती पर जड़ें जमाने की अनुमति नहीं है।
म्यांमार की यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वहां के राष्ट्रपति हतिन क्याव से मुलाकात की। इस दौरान दोनों पड़ोसी देशों के बीच 'ऐतिहासिक संबंधों' को और मजबूत करने के कदमों पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने म्यांमार के राष्ट्रपति से अपनी मुलाकात को 'शानदार' बताया। प्रधानमंत्री ने मुलाकात की कुछ तस्वीरें ट्वीट कर कहा, 'राष्ट्रपति यू हतिन क्याव के साथ मुलाकात शानदार रही।'’ उन्होंने म्यामांर के राष्ट्रपति को सालवीन नदी (जो तिब्बत के पठार से निकल कर अंडमान सागर तक बहती है) की धारा का 1841 के नक्शे का एक नया रूप और बोधि वृक्ष की एक प्रतिकृति भी सौंपी। पीएम मोदी दो देशों की अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव पर म्यामांर पहुंचे हैं। वह चीन में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शरीक होने के बाद यहां पहुंचे। पीएम मोदी को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ भी दिया गया।
वहीं भारत और म्यांमार ने आठ समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए।