दिल्ली में प्रदूषण का स्तर और खतरनाक, एक्यूआई 600 पार, विजिबिलटी घटने से 32 फ्लाइट डायवर्ट
दिल्ली-एनसीआर में बारिश के बावजूद लोगों को प्रदूषण से कोई खास राहत नहीं मिली। शनिवार देर शाम दिल्ली और उसके आसपास कुछ हुई स्थानों पर हुई बारिश बाद भी प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में इस सीजन में पहली बार एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 600 के पार पहुंचा है। लिहाजा, आसमान में छाए स्मॉग की वजह से दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर हवाई यातायात भी प्रभावित हुई है।
सफर इंडिया के अनुसार, एयर कवालिटी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर क्रमशः 648 और 475 की गंभीर श्रेणी में है। राजधानी के आईटीओ में एक्यूआई सबसे ज्यादा रिकॉर्ड किया गया। यहां पर प्रदूषण का स्तर 486 रहा। जबकि, आनंद विहार इलाके में जहां एक्यूआई 478 रिकॉर्ड किया गया तो विवेक विहार इलाके में यह आंकड़ा 483 हो गया। बवाना इलाके में भी प्रदूषण का स्तर खतरनाक बना हुआ है। यहां पर एक्यूआई 483 रिकॉर्ड किया गया। यदि पूरी दिल्ली की बात करें तो यहां पर 648 रहा जो बेहद खतरनाक स्तर पर है।
प्रदूषण पर सीएम ने बुलाई आपात बैठक
बढ़ते प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक बुलाई है। सीएम आवास पर हो रही बैठक में अधिकारी और मंत्री मौजूद हैं। प्रदूषण रोकने के उपायों पर चर्चा हो रही है। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बिना कुछ किए दिल्लीवासियों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी अपनी चिंता व्यक्त की है। केंद्र सरकार को राहत व बचाव के लिए कदम उठाना चाहिए। हम केंद्र सरकार की हर पहल का समर्थन करेंगे।
दर्जनों फ्लाईट डायवर्ट
वहीं दिल्ली एयरपोर्ट ने बयान जारी कर कहा कि खराब मौसम और लो विजिबिलिटी के कारण विमान सेवाओं पर असर पड़ा है। सुबह 9 बजे से लेकर अब तक टर्मिनल-3 से 32 फ्लाइट्स को जयपुर, अमृतसर और लखनऊ डायवर्ट किया जा चुका है।
5 नवंबर तक नोएडा-गाजियाबाद के सभी स्कूल रहेंगे बंद
प्रदूषण और खराब मौसम को देखते हुए 2 दिनों के लिए नोएडा और गाजियाबाद के स्कूल बंद करने का आदेश जिला प्रशासन ने दिया है। गौतम बुद्ध नगर डीएम की ओर से आदेश जारी किया गया है। 4 और 5 नवंबर को नोएडा क्षेत्र के सभी निजी और सरकारी स्कूल बंद रहेंगे। कक्षा 12 तक के स्कूल बंद किए जाने का आदेश जिला प्रशासन ने दिया है।
कल एक्यूआई 407 रहा
शनिवार को एक्यूआई 407 रहा जो शुक्रवार को 484 था। इसके मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार पहले ही पांच नवम्बर तक सभी स्कूलों के बंद रहने का एलान कर चुकी है। वहीं पांच नवम्बर तक सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर भी रोक लगाई गई है।
पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित
पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने दिल्ली-एनसीआर में जन स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा भी की है। प्रदूषण के स्तर को समान्य तक लाया जा सके इसके लिए पटाखे फोड़ने पर भी बैन लगाया गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई सुबह 10 बजे क्रमश: 459 और 452 रहा. जबकि यह शुक्रवार शाम चार बजे यह 496 था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पीएम 2.5 का स्तर सुबह 10 बजे 269 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा।
बारिश से उम्मीद
मौसम विशेषज्ञों ने कहा कि हवा की गति में थोड़ा सुधार है और धीरे-धीरे यह बढ़ सकती है। रविवार से मंगलवार तक इस क्षेत्र में 20-25 किलोमीटर प्रति घंटे तक हवाएं चलने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने कहा कि चक्रवात ‘महा' और ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में सात और आठ नवम्बर को बारिश होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि हालांकि हल्की बारिश होगी लेकिन यह जल रही पराली के प्रभाव को कम करने के संदर्भ में महत्वपूर्ण होगी और प्रदूषकों को भी दूर करेगी।
पराली जलाना प्रमुख कारण
बता दें कि एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा', 51-100 के बीच ‘संतोषजनक', 101-200 के बीच ‘मध्यम', 201-300 के बीच ‘खराब', 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब', 401-500 के बीच ‘गंभीर' और 500 के पार ‘बेहद गंभीर एवं आपात' माना जाता है. दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी ट्वीट कर हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने से होने वाले धुंए की वजह से दिल्ली के गैस चेंबर में तब्दील होने की बात कही थी। सरकारी एजेंसी ‘सफर' ने कहा था कि दिल्ली में प्रदूषण में पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की हिस्सेदारी शुक्रवार को बढ़कर 46 प्रतिशत हो गई।