जीएसटी पर राहुल ने की पार्टी नेताओं से चर्चा
संसद के मौजूदा सत्र में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) बिल को लेकर संशय बरकरार है। बिल को पास कराने की दिशा में सरकार ने एड़ी चोटी को जोर लगा रखा है। इस बिल को पास कराने में सरकार की सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस का समर्थन हासिल करना है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से चाय पर मुलाकात के बाद कांग्रेस के समर्थन का रास्ता थोड़ा साफ होता नजर आ रहा है। एक अंग्रेजी अखबार की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की पीएम से मुलाकात के 24 घंटे के अंदर ही शनिवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं की एक बैठक बुलाकर उनसे जीएसटी बिल पर राय ली है। जानकारी के अनुसार जीएसटी बिल पर पार्टी के स्टैंड पर चर्चा के लिए राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे।
इससे पहले पीएम की कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्सेव प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद वेंकैया नायडू ने बताया कि सभी इस विधेयक को चाहते हैं। उन्होंने पीएम की सोनिया से मुलाकात के बारे में कहा कि यह एक अच्छी शुरुआत हुई है। जीएसटी बिल पर कांग्रेस के रुख पर उन्होंने बताया कि सोनिया जी ने कहा है कि कुछ बदलावों के साथ सैद्धांतिक रूप से वो बिल का समर्थन करती हैं। उस बैठक में मौजूद वित्त मंत्री अरूण जेटली ने बताया कि जीएसटी बिल पर चर्चा हुई है। मुख्य तौर से कांग्रेस नेताओं ने तीन मुद्दों पर अपनी स्थिति रखी जिसपर सरकार की ओर से उन्हें उन मुद्दों के संबंध में जानकारी दी गई। जेटली ने कहा कि कांग्रेस अपने नेताओं से चर्चा कर सरकार को अपने रूख के बारे में जानकारी देगी।
राहुल गांधी से मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा पार्टी के दूसरे नेताओं ने भी मुलाकात की। माना जा रहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष आलाकमान के निर्देश पर पार्टी नेताओं की राय जानने की कोशिश कर रहे थे। अगर अटकलों पर भरोसा करें तो चर्चा है कि जीएसटी विधेयक पर सरकार को संभवत: कांग्रेस का साथ मिल सकता है।