CWC में राहुल ने रखा अपना एजेंडा, अब हर दो महीने में होगी CWC की बैठक
इसके साथ ही राहुल गांधी देश के अहम मुद्दों पर कांग्रेस की राय तय करने के लिए एक उच्च स्तरीय पैनल बनाएंगे जिसकी अध्यक्षता वो खुद करेंगे। इसके साथ ही राहुल ने सुझाव दिया है कि वो समाज के अलग-अलग तबकों तक कांग्रेस की पहुंच बढ़ाने के लिए पेशेवरों,कारोबारियों सहित कई अन्य वर्गों के लिए विशेष सेल बनाए जाएं। इसके साथ ही सीडब्ल्यूसी की बैठक में पार्टी के अंदर विभिन्न पदों के लिए चुनावों की तारीखों को भी मंजूरी दी गई। माना जा रहा है कांग्रेस 15 अक्टूबर के बाद पार्टी के आंतरिक चुनाव कराएगी और फिर राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष चुने जाएंगे।
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में पार्टी के सभी नेताओं ने एक सुर में राहुल गांधी से पार्टी का अध्यक्ष पद संभालने की मांग की थी। सूत्रों के अनुसार मंगलवार को हुई बैठक में राहुल को तत्काल अध्यक्ष बनाने की कोई मांग नहीं की गई,क्योंकि राहुल गांधी पहले ही साफ कर चुकें है कि वो पार्टी में चुनाव के तहत ही अध्यक्ष बनेंगे। हाल ही में कांग्रेस ने बीजेपी की तर्ज पर प्रवासी भारतीयों के लिए ओवरसीज कांग्रेस के गठन की घोषणा की थी। इसके साथ ही राहुल ने कहा कि वो पार्टी की निष्क्रिय प्रदेश इकाइयों में भी बदलाव कर रहे हैं।
अहम मुद्दों पर पार्टी की राय तय करने के लिए विशेष समूह बनाने के राहुल के विचार को पार्टी के नेताओं ने जमकर समर्थन दिया। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल थे। गौरतलब है कि पिछले कुछ वक्त से एक ही मुद्दों पर पार्टी के अगल-अलग नेताओं के अलग-अलग बयान आ रहे थे जिसकी वजह से पार्टी की फजीहत होती थी। बड़े मुद्दों पर पार्टी साफ और एक राय रख सके इसलिए यह निर्णय लिया गया। जैसे बीफ के मुद्दे पर ही कांग्रेसी नेताओं ने अलग-अलग बयान दिए हैं। कांग्रेस कहती रही है कि लोगों की खानपान से जुड़ी आदतें सरकार नहीं तय कर सकती लेकिन पार्टी ने आधिकारिक तौर पर सरकार की बीफ से जुड़ी अधिसूचना का समर्थन या विरोध नहीं किया। इसके साथ ही कश्मीर में सेना के मेजर द्वारा एक कश्मीरी को मानवढाल बनाकर जीप के आगे बांधने का केरल कांग्रेस ने जमकर विरोध किया लेकिन पंजाब के कांग्रेसी मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इसके लिए सेना की तारीफ