आरुषि मर्डर केस में 4 साल बाद तलवार दंपती डासना जेल से रिहा
नोएडा के बहुचर्चित आरुषि और हेमराज हत्याकांड के आरोपों से बरी हुए तलवार दंपति जेल से रिहा हो गए हैं। गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राजेश और नूपुर तलवार को हत्या समेत तमाम दूसरे आरोपों से बरी कर दिया था।
इससे पहले तलवार दंपती के वकील मनोज सिसोदिया ने कहा बताया था कि गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट ने रिलीज ऑर्डर जारी कर दिया है। शाम पांच बजे तक जेल से रिहाई हो सकती है। कोर्ट ने 12 अक्टूबर को दंपति के तुरंत रिहाई के आदेश दिए थे, लेकिन रिहाई में पूरे चार दिन का समय लग गया। नवंबर 2013 से राजेश और नूपुर गाजियाबाद की डासना जेल में बंद हैं।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आरुषि-हेमराज हत्या कांड में करीब चार साल से जेल की सजा काट रहे आरुषि के माता-पिता डॉक्टर राजेश और नूपुर तलवार गाजियाबाद के डासना जेल से रिहा हो गए हैं।
Rajesh & Nupur Talwar released from Ghaziabad's Dasna Jail after Allahabad HC acquitted them in 2008 Aarushi-Hemraj murder case
— ANI (@ANI) October 16, 2017
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने तलवार दंपति को नोएडा के जलवायु विहार स्थित नूपुर के माता-पिता के घर पहुंचाया। यह वही इलाका है जहां उनका आवास था, जिसमें 2008 में उनकी बेटी आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या कर दी गई थी।
तलवार दंपति को जेल से बाहर निकलते कैमरे में कैद करने के लिए मीडियाकर्मियों की भारी भीड़ जमा थी, जिसकी वजह से जेल के बाहर सड़क पर काफी अफरा-तफरी मच गई थी। तलवार दंपति के वकील तनवीर अहमद मीर ने उनकी रिहाई के बाद कहा, ‘हमारे मुवक्किलों को फंसाने के लिए एक साजिश रची गई थी।’ तलवार दंपति की रिहाई दीपावली से दो दिन पहले हुई है।
बताया गया कि शुक्रवार को कोर्ट के ऑर्डर की कॉपी डासना जेल तक नहीं पहुंच पाई। फिर शनिवार, रविवार को छुट्टी पड़ गई, जिसके बाद आज रिहाई के आदेश गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट ने जारी किए। यह आदेश डासना जेल पहुंचने के बाद राजेश और नूपुर तलवार की रिहाई की पूरी प्रक्रिया शुरू हो सकी। मेडिकल टेस्ट के बाद तलवार दंपति को कड़ी सुरक्षा के बीच जेल से बाहर लाया गया।
डासना जेल के जेलर दधिराम मौर्य ने कहा कि तलवार दंपती ने जेल में कैदियों का फ्री में चेकअप किया। अगर वे पैसे लेते तो उनकी फीस करीब 49,500 रुपए होती। तलवार दंपती कैदियों के चेकअप के लिए नियमित रूप से जेल आते रहेंगे।
Talwars gave medical service for free,refused remuneration.If they would've taken it, amount would've been appx Rs 49,500: Jailor,Dasna Jail pic.twitter.com/rRAfn8PQfc
— ANI (@ANI) October 16, 2017
Talwars will continue to visit jail periodically so that medical assistance provided by them to inmates can continue: Jailor, Dasna Jail pic.twitter.com/vM2n8RB8Cx
— ANI (@ANI) October 16, 2017
वहीं, डासना जेल के डॉक्टर सुनील त्यागी ने कहा कि तलवार दंपती ने जेल के डेंटल डिपार्टमेंट में कई कैदियों को दांत की बीमारी से उबरने में मदद की थी। उनके जाने के बाद हम अपने डेंटल डिपार्टमेंट के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। हालांकि तलवार दंपती ने हमें भरोसा दिलाया है कि वे हर 15 दिनों में जेल में अपने साथी कैदियों के चेकअप के लिए आएंगे।
क्या है मामला
मई 2008 में नोएडा के एक घर में आरुषि और उसके नौकर हेमराज की डेड बॉडी पाई गई थी। गाजियाबाद की स्पेशल सीबीआई कोर्ट इस मामले की सुनवाई की थी। एडिशनल सेशन जज श्यामलाल यादव ने मशहूर डेंटिस्ट राजेश और नूपुर तलवार को परिस्थितिजन्य सबूतों के आधार पर दोषी माना था। जस्टिस यादव ने 28 नवंबर 2013 को तलवार दंपती को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद 12 अक्टूबर, 2017 को हाईकोर्ट ने सीबीआई कोर्ट का फैसला पलटते हुए तलवार दंपती को बरी कर दिया।