जेएनयू: धमकी के बाद कन्हैया और उमर की सुरक्षा बढ़ाई गई
आईएसबीटी और जेएनयू परिसर के बीच चलने वाली डीटीसी की एक बस में शुक्रवार को एक लावारिस बैग में पिस्तौल के साथ एक धमकी भरे पत्र के बरामद होने के बाद जेनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, धमकी को देखते हुए सुरक्षा के प्रबंध बढ़ा दिए गए हैं। अधिकारी ने कहा कि पुलिस बैग के मालिक की पहचान सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है और कई लोगों से पूछताछ की गई है। देशद्रोह के मामले में कन्हैया और उमर की गिरफ्तारी के बाद से आंदोलन कर रहे विश्वविद्यालय के छात्रों ने मांग की है कि जेएनयू प्रशासन उन सारे लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराए जो कन्हैया और अन्य छात्र नेताओं को धमकी देते आ रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यह पत्र उसी व्यक्ति ने लिखा है, जिसने छात्र नेता को फेसबुक पर धमकी दी थी।
आईएसबीटी और जेएनयू परिसर के बीच चलने वाली इस बस के चालक ने बस में एक लावारिस बैग पड़ा देखकर शोर मचाया था। उसने नई दिल्ली जिले के एक थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है। पिस्तौल के साथ एक पत्र भी बरामद हुआ, जिसमें लिखा था कि जेएनयू परिसर में एक विवादित समारोह के चलते देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए कन्हैया और उमर खालिद का सिर धड़ से अलग कर दिया जाएगा। पुलिस के अनुसार ऐसा माना जा रहा है कि पत्र उसी व्यक्ति ने लिखा है, जिसने फेसबुक पर कुमार को यह कहकर धमकी दी थी कि हथियारों के साथ लोग पहले से ही परिसर में मौजूद हैं और वह उसे किसी भी समय मार डालने के लिए तैयार हैं।
जेएनयू छात्र संघ के एक नेता ने कहा, हमने जेएनयू प्रबंधन को बार बार अलर्ट किया। परंतु कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। हम इस मुद्दे पर प्रशासन और कुलपति की चुप्पी से निराश हैं। क्या मोदी सरकार के दबाव में आकर कुलपति ने धमकी देने वालों के खिलाफ कदम नहीं उठाया? फिलहाल कन्हैया को परिसर के अंदर सुरक्षा कवर नहीं मिला है लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि जब भी कन्हैया परिसर से बाहर जाए, हर बार वसंत कुंज (उत्तर) पुलिस चौकी को सूचित किया जाए और उनको सुरक्षा प्रदान की जाए।