डीयू चुनाव परिणाम पर सोशल मीडिया का तंज, तकनीकी वजहों से हारी एबीवीपी
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में मंगलवार को हुए छात्र संघ चुनाव के नतीजे आ गए हैं। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई ने जीत हासिल की है। जबकि सचिव और संयुक्त सचिव पद पर आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी ने जीत दर्ज की है। एनएसयूआई के रॉकी तूसीद दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) के अध्यक्ष चुने गए हैं उन्होंने एबीवीपी के रजत चौधरी को हराया।
चार साल बाद डूसू चुनाव में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई को बड़ी कामयाबी मिली है। पिछले कई वर्षों से डीयू में जीत हासिल करती आ रही एबीवीपी के लिए यह बड़ा झटका है। इससे पहले जेएनयू में भी एबीवीपी सेंट्रल पैनल की चारों सीटों पर दूसरे स्थान पर रही थी।
पिछले साल एनएसयूआई चार सीटों में से सिर्फ संयुक्त सचिव पर ही जीत सकी थी। लेकिन इस बार एनएसयूआई ने बड़ी वापसी की है। एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच कांटे के मुकाबले में एक समय एनएसयूआई चार में से तीन सीटों पर आगे चल रही थी।
कौन-कौन जीते
अध्यक्ष – रॉकी तूसीद- एनएसयूआई
उपाध्यक्ष- कुनाल शहरावत- एनएसयूआई
सचिव- महामेधा नागर- एबीवीपी
संयुक्त सचिव- उमा शंकर- एबीवीपी
कांग्रेसी नेताओं में खुशी की लहर
हालांकि, यह छात्रसंघ चुनाव था लेकिन कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की जीत पर खुशी जाहिर की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने भाजपा पर निशाना साधत हुए ट्वीट किया, ”बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे! एनएसयूआई की शानदार जीत, बीजेपी और एबीवीपी को बड़ा झटका.” उन्होंने आगे लिखा कि राष्ट्रवाद के नाम पर गुंडागर्दी को खारिज किया गया है।
बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे!Spectacular victory of @nsui in #DUSU.Big jolt for #BJP's #ABVP. Goondagardi in the name of nationalism rejected https://t.co/yNfkpagz0F
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) September 13, 2017
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला समेत कई नेताओं ने एनएसयूआई के छात्रों को डीयू की जीत की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान,पंजाब और अब दिल्ली के छात्रसंघ में कांग्रेस-NSUI की जीत ने साबित किया है कि युवा मोदीजी के अच्छे दिन के झूठे वादों को नकार चुका है।
राजस्थान,पंजाब और अब दिल्ली के छात्रसंघ में कांग्रेस-NSUI की जीत ने साबित किया है की युवा मोदीजी के अच्छे दिन के झूटे वादों को नकार चुका है। pic.twitter.com/4xNrC0x8r8
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) September 13, 2017
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी एनएसयूआई को जीत की बधाई दी है।
Congratulations @nsui on an outstanding performance in #DUSUelection2017. A triumph for liberal values on campus. #NSUIwinsDU Proud of you!
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 13, 2017
Thank you sir, we always need your eternal directions in future. #NSUIwinsDU https://t.co/74f8SNqa44
— NSUI (@nsui) September 13, 2017
लोगों की प्रतिक्रियाएं
वहीं कई लोगों ने एबीवीपी की हार पर तंज भी कसे। एक ने अमित शाह के बयान के आधार पर कहा कि तकनीकी वजहों से डीयू में एबीवीपी की हार हो गई है। बता दें कि अमित शाह ने पिछले दिनों कहा था कि तकनीकी वजहों से जीडीपी में गिरावट आई है।
Some technical issues are being reported from DU. #DUSUelection2017
— Rofl Gandhi (@RoflGandhi_) September 13, 2017
Smriti Irani to hold 1 hour press conference to declare how irrelevant #DUSUelection2017 is and no importance should be given to the results
— Hypocrisy Watch (@bigotry_watch) September 13, 2017
DU भी देशद्रोही निकली । अब तो मिसाइल ही रखनी पड़ेगी कैंपस में
— satya (@midon2midwicket) September 13, 2017
It' started from Punjab university went to JNU now at du.. Technically issues kaafi badh gaye hain
— makul malik (@makul1) September 13, 2017
EVM se election hone ke baad bhi na jeet paye , zaroor bahot Badi technical dikkat hogi