नोटबंदी के बाद नमक के लिए जद्दोजहद, दुकानदारों ने उठाया अफवाह का फायदा
राजधानी दिल्ली सहित देश के कई शहरों में शुक्रवार की शाम नमक खत्म होने की झूठी अफवाह इतनी तेज से फैली कि लोगों में अफरा-तफरी फैल गई। नोट बदलवाने के चक्कर में दिन भर परेशान रहे लोग शाम में नमक के लिए हलकान होते नजर आए। जिसे जैसे खबर मिली वो आनन-फानन में अपना सारा काम छोड़कर सीधे परचून की दुकानों पर पहुंचने लगा। देखते ही देखते दुकानों पर नमक के लिए लाइन लगने लगी और दिल्ली समेत कानपुर, गोंडा, बरेली, पटना आदि कई शहरों में नमक की कीमतों में कई गुणा उछाल आ गया। हालत ये हो गए शहर की दुकानों में नमक की किल्लत हो गई और लोग एक दुकान से दूसरे दुकान तक दौड़ते नजर आए। दुकानदारों ने भी झूठी अफवाह और लोगों की परेशानी का जमकर फायदा उठाया और 15 से 20 रुपये प्रति किलो बिकने वाला नमक 60 रुपये से लेकर 300 से 400 रुपये प्रति किलो तक बेचा। कई इलाकों में तो नौबत मार-पीट और हाथापाई की आ गई। कई इलाकों में समय से पहले ही बाजार बंद करने पड़े। जामिया नगर के शाहिन बाग इलाके में नमक न मिलने से गुस्साए नाराज लोगों ने तीन डीटीसी बसों में जमकर तोड़-फोड़ की। बाद में पुलिस ने मौकते पर पहुंच कर स्थित को संभाला।
हालात इतने गंभीर हो गए कि शुक्रवार की रात में आनन-आफन में केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान को मीडिया में आकर इस बात की घोषणा करनी पड़ी कि नमक के साथ-साथ किसी भी खाद्य सामग्री की देश में कोई किल्लत नही है और ये महज अफवाह है। पासवान ने कहा कि जमाखोरी करने वालों और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ राज्य सरकार कड़ी कार्रवाई करे। दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने भी ट्विटर के जरिये लोगों को संयम बरतने की सलाह देते हुए कहा कि राजधानी दिल्ली में नमक की कोई कमी नहीं है। यह महज अफवाह है जिसका फायदा कुछ लोग उठाना चाहते हैं। दरअसल शुक्रवार शाम को विभिन्न माध्यमों से लोगों के बीच ये अफवाह फैल गई कि अपने काला धन को सफेद करने के लिए कई लोग थोक के भाव में नमक खरीद रहे हैं। क्योंकि नमक पर टैक्स नहीं लगता इसलिए काले धन वाले नमक में अपना पैसा लगा रहे हैं। लेकिन रात होते-होते ये बात अफवाह साबित हो गई। पुलिस और प्रशासन ने भी फौरन कार्रवाई करते हुए कई जगहों पर गश्त बढ़ा दी और कई जगहों पर तलाशी ली। मिली जानकारी के अनुसार देर रात कुछ दुकानदारों को हिरासत में भी लिया गया है।