तमिलनाडु की इस धार्मिक प्रथा पर लिखने की वजह से पत्रकारों को जान से मारने की धमकी
तमिलनाडु में एक न्यूज संस्था के लोगों को धमकियां मिल रही हैं। 'द कोवई पोस्ट' नाम के न्यूज पोर्टल की एडिटर विद्याश्री धर्मराज को 48 घंटों में कई फोन आ चुके हैं, जिनमें उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है।
इसकी वजह न्यूज पोर्टल का एक आर्टिकल है। यह आर्टिकल मदुरई के वेल्लालूर गांव के एक मंदिर की अजीबोगरीब प्रथा के बारे में है। यहां हर साल सितंबर महीने में सात नाबालिग लड़कियों को धड़ से ऊपर अर्धनग्न अवस्था में यझईकाथा अम्मान मंदिर में पंद्रह दिनों के लिए भेजा जाता है। ये प्रथा 'देवदासी प्रथा' जैसी है।
उन्हें अम्मान देवी को ‘समर्पित’ किया जाता है और दो हफ्तों तक उन्हें छोटी देवियां माना जाता है। 62 गांव इस प्रथा में भाग लेते हैं।
कोवई पोस्ट ने लिखा कि लड़कियां माता पिता की इच्छा से मंदिर में जाती हैं और पुजारियों के संरक्षण में रहती हैं। त्यौहार के अंतिम दिनों में उन्हें गहनों से लादा जाता है और उसी अर्धनग्न अवस्था में मंदिर के पास भीड़ के आगे घुमाया जाता है ताकि लोग उनके ‘दर्शन’ कर सकें।
आर्टिकल में यह भी बताया गया कि इन लड़कियों में से तीन 8वीं क्लास में पढ़ती हैं और दो 7वीं और 5वीं में। 15 दिनों के लिए उन्होंने स्कूल से मेडिकल लीव ली है।
आर्टिकल के बाद मदुरई के डीएम ने इस प्रथा की जांच के लिए एक टीम भेजी। इसके बाद सीनियर जर्नलिस्ट एआर मेयम्माई जिन्होंने ये रिपोर्ट की थी और कोवई पोस्ट की एडिटर विद्याश्री धर्मराज को धमकी मिलनी शुरू हो गई।
स्क्रॉल के मुताबिक, धर्मराज कहती हैं कि पिछले दो दिन किसी दु:स्वप्न की तरह हैं। उन्हें फेसबुक पर भी धमकियां मिल रही हैं, जिसकी वजह से उन्होंने अपना अकांउट डीएक्टिवेट कर दिया है।