मीट के मुद्देे पर घिरे मोहनदास पई, ट्विटर पर छिड़ी बहस
पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी समेत कई लोगों ने मोहनदास पई के रेस्त्रां में कथित तौर पर मीट बेचे जाने का मुद्दा उठाया है। गौरतलब है कि पई मीट की होम डिलिवरी करने वाले स्टार्टअप लिसियस में निवेशक हैं।
इन आरोपों का जवाब देते हुए मोहनदास पई ने ट्वीट किया कि वह उनका रेस्त्रां नहीं है। उनका बेटा केवल निवेशक है। मैनेजर और निवेशक में फर्क समझना चाहिए। मैन्यू निवेशक नहीं, मैैनेजमेंट तय करता है। लोगों को अपनी मर्जी से खाने का अधिकार है। पई ने आगे लिखा है कि वह अवैध स्लॉटर के खिलाफ हैं, कानूनी तरीके से चलाए जा रही वधशाला नहीं। वह गौहत्या पर प्रतिबंध का समर्थन करते हैं।
इस बहस में कई लोगों ने पई का समर्थन भी किया है, लेकिन सबसे ज्यादा सवाल स्लॉटर बैन के समर्थन और मीट कारोबार को लेकर उठ रहे हैं। मजेदार बात यह है कि मीट कारोबार के समर्थन में मोहनदास पई भी खाना-पाना की आजादी और कारोबार के वैसे ही तर्क दे रहे हैं, जैसे स्लॉटर बैन के विरोध में अक्सर दिए जाते हैं। कई लोग मोहनदास पई के इस रुख को विरोधाभासी बता रहे हैं।
Not my sons restaurant, only an investor; you are so dumb do not understand diff between managers and investors https://t.co/P9JdJhgU6h
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) June 1, 2017
For the pathetic liar:the management decides the menu,food is a personal choice,investors do not decide;pl get educated about business https://t.co/8U90Y8kWjt
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) June 1, 2017
What hypocrisy?People have every right eat what they want!am opposed to illegal slaughter,but not in lawful abattoirs,support ban on cow STR https://t.co/LMjJ5u9CNi
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) June 1, 2017
Sir, why is beef burger sold in your son's restaurant? pic.twitter.com/cw6LwUhZuP
— Zeeshan Mhaskar (@MhaskarChief) June 1, 2017
Err, @TVMohandasPai such errant hypocrisy? Shameful. pic.twitter.com/wv6nmyPiN9
— Swati Chaturvedi (@bainjal) June 1, 2017
Illegal slaughter is slaughter outside registered legal abattoirs who are licensed by govt to slaughter animals for food! Stupid! https://t.co/ja9QN4vuBm
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) June 1, 2017