दो और परिवारों ने किया गीता के परिजन होने का दावा
गीता इन दिनों इंदौर के मूक-बधिर संगठन के आवासीय परिसर में रह रही है। इस परिसर में गीता से मुलाकात के बाद सुषमा स्वराज ने संवाददाताओं से कहा, हम गीता के माता-पिता को जल्द से जल्द तलाशने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच, बिहार के एक मुस्लिम परिवार समेत दो परिवारों ने गीता के परिजन होने का दावा किया है।
विदेश मंत्री ने बताया कि उन्होंने आज गीता को दोनों दावेदार परिवारों की तस्वीरें दिखायीं। इनमें शामिल मुस्लिम परिवार की तस्वीरों को देखते ही उसने इस परिवार को पहचानने से इंकार कर दिया। दूसरे परिवार के बारे में गीता ने कहा कि वह आराम से तस्वीरें देखकर इस परिवार को पहचानने की कोशिश करेगी। इन दोनों परिवारों के अलावा बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश और पंजाब के चार परिवारों ने गीता के परिजन होने का दावा किया था। लेकिन उनका यह दावा साबित नहीं हो सका। इन परिवारों में बिहार के जनार्दन महतो का परिवार भी शामिल है, जिसका डीएनए नमूना गीता के डीएनए नमूने से मेल नहीं खाया। सुषमा स्वराज ने गीता को दुलारते हुए कहा, मेरी तलाश तब तक बंद नहीं होगी, जब तक मैं गीता को उसके माता-पिता से मिलवा नहीं देती। मैं इस मामले में आशावादी हूं। मुझे भरोसा है कि इस लड़की के माता-पिता मिल जायेंगे।
आलोचकों को दिया जवाब
विदेश मंत्री ने किसी का नाम लिये बगैर उन आलोचकों को भी जवाब दिया, जो गीता को इंंदौर में मूक-बधिरों के लिये चलायी जा रही संस्था में रखे जाने के बारे में सरकार के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा, कुछ लोग इस बारे में पूछते हैं कि हमने गीता को पाकिस्तान की एक संस्था से लाकर भारत की एक संस्था में भेज दिया। लेकिन इस लड़की के पाकिस्तान की संस्था में रहने और उसके अपने वतन की संस्था में रहने में जमीन-आसमान का फर्क है। गीता पाकिस्तान की जिस संस्था में रहती थी, वह मूक-बधिरों के लिए संचालित संस्था नहीं है। इंदौर में मूक-बधिरों के लिए चलायी जा रही संस्था में अपने जैसे नौजवानों के साथ रहकर उसमें इस बात का भरोसा जगेगा कि बोलने और सुनने की क्षमता के बगैर भी वह स्वावलंबी तौर पर अच्छी जिंदगी जी सकती है। सुषमा ने कहा कि इंदौर की संस्था में गीता अपनों के बीच खुश है और बड़े आराम से है। उसे इस संस्था में धर्म के माता-पिता और भाई-बहन मिल गये हैं। उसने पिछले दिनों जैसी दिवाली मनायी, वैसी दिवाली उसने कभी नहीं मनायी थी।
सलमान से मिलना चाहती है गीता
सुषमा स्वराज ने यह भी बताया कि गीता ने उन्हें बाॅलीवुड सितारे सलमान खान की तस्वीर दिखाते हुए उनसे मिलने की इच्छा एक बार फिर जतायी है। उन्होंने कहा, मैं सलमान से फोन पर बात कर गीता की यह पुरानी ख्वाहिश पूरी करने की कोशिश करूंगी।
गौरतलब है कि गीता 7-8 साल की उम्र में पाकिस्तानी रेंजर्स को समझौता एक्सप्रेस में लाहौर रेलवे स्टेशन पर मिली थी। उसे ईधी फाउंडेशन की बिलकिस ईधी ने गोद लिया और अपने साथ कराची में रखा था। पाकिस्तान में दशक भर से ज्यादा वक्त गुजारने के बाद गीता 26 अक्तूबर को भारत वापस लौटी थी।