दलितों को निजी क्षेत्र और पदोन्नति में आरक्षण के लिए आंदोलन करेंगे उदित राज
दलित उत्पीड़न पर लोकसभा सांसद ने कहा कि दलितों पर अत्याचार बढ़ा है चाहे उना की घटना हो या हैदराबाद की। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे किसी भी दल की हो, दलितों पर अत्याचार कम नहीं हो सकता है, क्योंकि सामाजिक व्यवस्था ही ऐसी है। अनुसूचित जाति-जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ की ओर से आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र और पदोन्नति में आरक्षण के लिए कानून बनाने हेतु राजनीतिक दलों पर दवाब बनाने के लिए देश के लगभग 410 जिलों में जनजारगण अभियान, रथ यात्रा, नुक्कड़ नाटक आदि किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 26 नंवबर तक यह आंदोलन चलेगा और इसके बाद 28 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली कर निजी क्षेत्र में आरक्षण नीति लागू कराने की जोरदार तरीके से मांग की जाएगी। राज ने कहा कि आरक्षण के साथ छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आरक्षण को आर्थिक आधार पर लागू करने के सवाल पर उन्होंने कहा, मैं तो चाहता हूं कि हर चीज आर्थिक आधार पर हो लेकिन हजारों सालों से आर्थिक आधार पर कुछ है ही नहीं। जन्म के आधार पर, जाति के आधार पर ही जमीन का मालिक, पुजारी तय होता है और सम्मान मिलता है तो जाति के आधार पर आरक्षण मिलने में कुछ भी गलत नहीं है। सांसद उदित राज इस परिसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि परिसंघ की मांग है कि ठेकेदारी प्रथा बंद हो, अनुसूचित जाति के बैकलॉग को विशेष भर्ती अभियान चलाकर पूरा किया जाए। उन्होंने मांग की कि अनुसूचित जाति के कर्मचारियों को लिपिक से क्लास वन, क्लस टू तथा क्लास थ्री में पदोन्नति में आरक्षण दिया जाए।