मोदी सरकार सेंसर बोर्ड के नियमों से संतुष्ट नहीं, जेटली ने दिए बदलाव के संकेत
उन्होंने कहा कि वह वर्तमान फिल्म प्रमाणन प्रणाली से संतुष्ट नहीं है, उसमें कुछ बदलाव किये जाने हैं। उन्होंने कहा, श्याम बेनेगल की अच्छी तरह की दस्तावेजी रिपोर्ट है। उसका पहला हिस्सा, जो मेरे पास आया है, विचाराधीन है। अगले कुछ दिनों में हम उसमें (प्रणाली में) कुछ बड़े बदलावों की घोषणा करने जा रहे हैं। जेटली ने कहा कि समिति ने कुछ बदलाव सुझाए हैं।
उन्होंने सीएनएन टीवी 18 के इंडियन ऑफ द ईयर अवार्ड में कहा, निश्चित ही आपकी एक प्रणाली होगी जिसमें आपको प्रमाणपत्र लेना होगा। सही शब्द प्रमाणन है न कि सेंसरशिप। प्रमाणन नियम उदार होने चाहिये। सीबीएफसी ने दलील दी है कि मादक पदार्थ पर आधारित क्राइम थ्रिलर उड़ता पंजाब में कई काटछांट की जरूरत है क्योंकि यह राज्य की गलत छवि पेश करती है और यह धारणा पैदा करती है कि राज्य में ज्यादातर लोग व्यसनी हैं। इसके बाद फिल्मकार और सेंसर बोर्ड में टकराव पैदा हो गया है।
विवाद पर जेटली ने कहा, मैं समझता हूं कि हम कुछ ज्यादा कह रहे हैं क्योंकि आखिरकार आपके पास एक बोर्ड है जो एक दृष्टिकोण अपनाता है, हो सकता है वह थोड़ा रूढिवादी दृष्टिकोण है लेकिन तब अपील न्यायाधिकरण में अपील कर इससे निबटा जा सकता है। मेरा अनुभव है कि तब सबकुछ साफ हो जाता है।