क्या है 'बुल्ली बाई' एप विवाद, आखिर क्यों गरमाई हुई है इस पर राजनीति
पिछले कुछ दिनों से मोबाइल एप 'बुल्ली बाई' काफी चर्चा का केंद्र बना हुआ है। इस विवाद को लेकर दिल्ली पुलिस ने कंटेंट हटाने की मांग की है। इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस ने ट्विटर से उस अकाउंट के बारे में जानकारी मांगी है, जिसने सबसे पहले 'बुल्ली बाई' को लेकर ट्वीट किया था। वहीं इस मामले में राजनीति भी गरमाने लगी है।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की आलोचना
फर्जी ऐप के जरिए मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाए जाने पर नाराजगी के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने घटना के पीछे लोगों की आलोचना की और कहा कि देश की मिली-जुली संस्कृति के खिलाफ कोई भी 'साइबर आपराधिक सांप्रदायिक साजिश' सफल नहीं होगी। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नकवी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार इस मामले में कार्रवाई कर रही है और कहा कि महिलाओं को इस तरह निशाना बनाना अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है और उनकी 'सांप्रदायिक साजिश' का जल्द ही पर्दाफाश किया जाएगा।
एमपी के गृह मंत्री ने की निंदा
वहीं मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी सोमवार को 'बुली बाई' ऐप की निंदा की है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में इसके खिलाफ शिकायत मिलती है तो आवेदन के डेवलपर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने ट्वीट किया कि बुल्ली बाई ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन बोली लगाए जाने की घटना निंदनीय है। भारतीय संस्कृति में नारी सदैव से पूज्य रही है। मुस्लिम महिलाओं का उत्पीड़न न हो इसलिए ट्रिपल तलाक का कानून लाया गया है। प्रदेश में इस तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है,आएगी तो कार्रवाई करेंगे।
विपक्ष ने साधा निशाना
इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ तंज कसा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि महिलाओं का अपमान और सांप्रदायिक नफरत तभी बंद होंगे जब हम सब एक आवाज में इसके खिलाफ खड़े होंगे। साल बदला है हाल भी बदलो- अब बोलना होगा।
वहीं महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया कि यह शर्मनाक है कि मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ इस प्रकार की अपमानजनक काम करने वाले अपराधियों को खुली छूट दी जाती है। चाहे वह मुसलमानों के नरसंहार का खुला आव्हान हो या ऑनलाइन मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाना, यह स्पष्ट है कि इन तत्वों को सत्ता में बैठे लोगों का संरक्षण प्राप्त है। इसके अलावा ओवैसी ने भी दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
क्यों विवादों में 'बुल्ली बाई'
पिछले कुछ दिनों से मोबाइल एप्लीकेशन बुल्ली बाई चर्चा में बना हुआ है। दरअसल कुछ दिनों पहले कछ प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं की विवादास्पद तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर उस पर अश्लील शब्द लिखकर बुल्ली बाई मोबाइल एप्लीकेशन पर अपलोड कर दिया गया था। इसके विरोध में दिल्ली पुलिस और मुंबई पुलिस को कुछ महिलाओं ने अपनी लिखित शिकायत दी थी।
इससे पहले रविवार को केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार इस मामले में दिल्ली और मुंबई में पुलिस के साथ काम कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने एक वेबसाइट पर महिला पत्रकार की कथित रूप से छेड़छाड़ की गई तस्वीर अपलोड करने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। मुंबई साइबर पुलिस ने इस एप्लिकेशन को बढ़ावा देने वाले 'बुल्ली बाई' ऐप और ट्विटर हैंडल के डेवलपर्स के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की थी।