सिंधिया का PM से सवाल, बोले- ‘मोदी जी, जवानों पर हो रहे हमले पर चुप्पी क्यों?’
जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले का मामला मंगलवार को लोकसभा में उठाया गया। कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पुलवामा आतंकी हमले का मामला उठाते हुए सरकार पर निष्क्रियता का आरोप लगाया। कहा, ‘प्रधानमंत्री कोई बात नहीं कह रहे हैं।’
कांग्रेस नेता सिंधिया ने कहा कि खुफिया जानकारी होने के बावजूद आतंकवादी हमला करने में कैसे कामयाब रहे, इस पर सरकार को जवाब देना चाहिए। हालांकि जवाब में संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कांग्रेस को सलाह दी कि वह इस मामले का राजनीतिकरण न करे।
मंगलवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सदन की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और कुछ सांसदों ने पाक मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। वहीं, गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में घटी घटना को सरकार ने चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। सरकार ने राज्य में पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, नए-नए उपकरण लगाने और सीसीटीवी कैमरा लगाने की पहल की है।
यह मामला उठाते हुए सिंधिया ने कहा कि यह चिंता की बात है कि एक ओर जवान अपनी जान दे रहे हैं और दूसरी ओर सरकार उनकी सुरक्षा पर ध्यान ही नहीं दे रही है। हर बार सरकार अपनी गलती दोहरा रही है। उन्होंने कहा कि इसी जगह पर पहले भी हमला हो चुका है।
कांग्रेस नेता ने कहा, एक ओर पाक प्रायोजित आतंकवादी हमले कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर भारत के सुरक्षा सलाहकार बैंकॉक में जाकर पाक के एनएसए से मुलाकात कर रहे हैं। सीआरपीएफ कैंप पर टेरर अटैक की खुफिया जानकारी पहले से थी, लेकिन आतंकी जहां से घुसे, वहां फ्लडलाइट नहीं थी। उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि पाक के प्रति उसकी नीति क्या है? जो आंख से आंख मिलाकर पाक से बात करने के दावे करते थे और जो एक की जगह दस सिर लाने की बात करते थे, वे नेता अब चुप क्यों हैं? प्रधानमंत्री कोई बात नहीं कह रहे हैं। एक साल में 82 सैनिकों ने जान दी है।'
उन्होंने बीजेपी सांसद नेपाल सिंह के उस कथित बयान के लिए भी माफी की मांग की, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा कि जवानों को तो जान देनी ही होती है।