जामिया फायरिंग: जुवेनाइल बोर्ड ने शख्स को 14 दिनों की हिरासत में भेजा
दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया इलाके में गुरुवार को जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी द्वारा आयोजित एंटी-सीएए मार्च के दौरान फायरिंग करने वाले 19 वर्षीय रामभक्त गोपाल शर्मा को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने शुक्रवार को पेश किया। मामले की सुनवाई के बाद बोर्ड ने शख्स को 14 दिनों की सुरक्षात्मक हिरासत में भेज दिया है साथ ही क्राइम बांच ने उसकी उम्र का पता लगाने के लिए एक परीक्षण किया है। पकड़ा गया शख्स गौतम बुद्ध नगर जिले (उत्तर प्रदेश) के जेवर क्षेत्र का रहने वाला है। बता दें कि विरोध कर रहे छात्र मार्च को जामिया से राजघाट तक ले जा रहे थे। लेकिन, विश्वविद्यालय के निकट होली फैमिली अस्पताल के पास ही मार्च को रोक दिया गया।
गृह मंत्री का सख्त आदेश
गुरुवार को जामिया इलाके में हुई घटना पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि दिल्ली में हुई गोली की घटना पर मैंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात कर कठोर से कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा था, 'सरकार इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी। इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।'
मामला क्रांइम ब्रांच को ट्रांसफर
फायरिंग में घायल हुए पत्रकारिता के छात्र शादाब फारुख को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएमएस) के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक सुधार के बाद आज (शुक्रवार) को डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं, स्पेशल कमिश्नर प्रवीर रंजन ने गुरुवार देर शाम एम्स में शादाब से मिलने के बाद जानकारी दी थी कि मामले को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है।
अमूल्य पटनायक की सर्विस एक महीने बढ़ायी गई
दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक की सर्विस एक महीने के लिए केंद्र सरकार ने बढ़ा दी है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, यह फैसला 'जनहित में' लिया गया है और अब उनका कार्यकाल फरवरी अंत तक रहेगा। बता दें कि अमूल्य पटनायक आज (31 जनवरी) को रिटायर होने वाले थे।