भारत-पाक तनाव के बीच ख्वाजा आसिफ की चेतावनी, कहा- अगर पाकिस्तान के अस्तित्व को खतरा हुआ तो कोई नहीं बचेगा
पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत को एक और धमकी दी है। उन्होंने कहा कि यदि भारत ने पाकिस्तान पर हमला करने की हिम्मत की और पाकिस्तान के अस्तित्व को खतरा हुआ, तो दुनिया में कोई भी जीवित नहीं बचेगा।
ख्वाजा आसिफ ने कहा, “अगर भारत ने पाकिस्तान पर हमला करने की हिम्मत की और हमारे अस्तित्व को खतरा हुआ, तो फिर या तो हम बचेंगे या फिर कोई भी नहीं बचेगा।”
आसिफ ने इस स्थिति की तुलना गाजा में इज़राइली सैन्य हमले से की। उन्होंने कहा कि इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनके सहयोगियों की जैसी मानसिकता है, वैसी ही मानसिकता यहां भी दिखाई दे रही है।
इससे पहले ख्वाजा आसिफ ने दावा किया था कि भारत कभी भी नियंत्रण रेखा (LoC) पर सैन्य कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने इस्लामाबाद में पत्रकारों से कहा, “ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि भारत नियंत्रण रेखा के किसी भी हिस्से पर हमला कर सकता है। लेकिन नई दिल्ली को इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।”
ख्वाजा आसिफ ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहलगाम हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, “जांच से यह पता चल सकेगा कि कहीं यह हमला भारत ने खुद तो नहीं करवाया या फिर किसी आंतरिक समूह की भूमिका इसमें रही हो। इससे नई दिल्ली के लगाए गए निराधार आरोपों की सच्चाई भी सामने आ सकेगी।”
इससे पहले पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अत्ताउल्लाह तारड़ ने दावा किया था कि भारत अगले 24 से 36 घंटों में पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा था कि यह जानकारी विश्वसनीय खुफिया रिपोर्टों पर आधारित है।
ख्वाजा आसिफ ने इससे पहले सिंधु जल संधि को लेकर भी भारत को धमकाया था। उन्होंने कहा था कि यदि भारत ने पाकिस्तान के हिस्से के पानी को मोड़ने के लिए कोई ढांचा तैयार किया तो उसे तबाह कर दिया जाएगा। उन्होंने कश्मीर को लेकर पूर्ण युद्ध की चेतावनी भी दी थी।
उनकी धमकियों पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनवाज़ हुसैन ने कहा, “ख्वाजा आसिफ डरे हुए हैं। वो पाकिस्तान के रक्षा मंत्री हैं, लेकिन उनके पास कोई नियंत्रण नहीं है। वह सिर्फ एक बयान मंत्री बन गए हैं, जो लगातार खोखली धमकियां देते रहते हैं। पाकिस्तानियों में डर स्पष्ट दिख रहा है। वे रातों की नींद खो बैठे हैं।”
गौरतलब है कि पहलगाम में 22 अप्रैल को लश्कर से जुड़े आतंकियों ने पर्यटकों के एक समूह पर हमला किया था। इस हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। इस हमले की ज़िम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली थी। हालांकि, वैश्विक स्तर पर आक्रोश के बाद वह अपने बयान से पीछे हट गया था।