चक्रवात 'मिचौंग' ने तमिलनाडु में मचाई तबाही! दो व्यक्तियों की मौत, बारिश और जलजमाव से परेशान हुए लोग
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव रविवार को एक चक्रवाती तूफान 'मिचौंग' में तब्दील हो गया। इस भयानक तूफान का असर अब तमिलनाडु में दिखाई देने लगा है। चेंगलपट्टू शहर के कुछ हिस्सों में तेज़ हवाओं के साथ भारी बारिश हुई और सड़कों पर पानी भर चुका है। तेज हवाओं के साथ भारी बारिश के बीच, आज सुबह चेन्नई के ईस्ट कोस्टल रोड, कनाथूर इलाके में एक नवनिर्मित दीवार गिर गई। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल भी हो गया। मृतक झारखंड के रहने वाले हैं। घटना की जांच कनाथुर पुलिस कर रही है।
इसके साथ- साथ चेन्नई के वेलाचेरी और पल्लीकरनई इलाकों में भारी बारिश हुई है जिसकी वजह से पूरे इलाके में जलजमाव हो गया है। इस जलजमाव के चपेट में एक कार आ गयी और फंस गई। तमिलनाडु सरकार ने तूफान के खतरे को मद्देनजर रखते हुए चार जिलों चेन्नई, चेंगलपट्टू, तिरुवल्लूर और कांचीपुरम में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।
बता दें कि मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि चक्रवात मिचौंग के टकराने के बाद राहत और बचाव प्रयासों के समन्वय के लिए हम राज्यों की सरकारों के साथ लगातार संपर्क में है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव प्रयासों में शामिल होने और स्थानीय प्रशासन का समर्थन करने का आग्रह भी किया।प्रधानमंत्री ने चक्रवात मिचौंग से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से बात की थी और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था।
गौरतलब है तूफान अधिकतम निरंतर हवा की गति के साथ 5 दिसंबर की सुबह एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार करने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि 90-100 किमी प्रति घंटे से लेकर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक हवा चल सकती है।
तूफान के उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने, तेज होने और 4 दिसंबर की दोपहर तक दक्षिण आंध्र प्रदेश और आसपास के उत्तरी तमिलनाडु तटों से होते हुए पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद, यह लगभग उत्तर की ओर लगभग समानांतर और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ेगा और 5 दिसंबर की दोपहर के दौरान एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा।