‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ नारा लगाने वालों की टांगें तोड़ दी जायेंगी: हिमंत विश्व शर्मा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पंचायत चुनाव के सिलसिले में यहां एक प्रचार रैली में शर्मा ने लोगों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय सेना को शक्ति देने के लिए प्रार्थना करने की अपील की, ताकि दुनिया में कहीं भी छिपे पाकिस्तानी आतंकवादियों को सफाया किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य और देश को ऐसे लोगों की‘‘ जरूरत नहीं है जो यहां रहते हैं और यहां खाते हैं, लेकिन पाकिस्तान का गुणगान काते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैंने पुलिस को निर्देश दिया है कि आप ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ कहने वालों के चेहरे न देखें, उन्हें कानून के अनुसार गिरफ्तार करें और उनकी टांगें तोड़ दें। हमें अपने असम और भारत को मजबूत करना है।’’
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, ‘‘पहलगाम आतंकी हमले के बाद हम दर्द में हैं। हम भगवान से एक ही प्रार्थना करते हैं कि मोदी जी और हमारी सेना को ताकत मिले ताकि हम दुनिया में कहीं से भी पाकिस्तानी आतंकवादियों को ढूंढ सकें और उन्हें कड़ी सजा दे सकें।’’
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में प्रमुख पर्यटक स्थल बैसरन पर 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गये थे। जान गंवाने वालों में ज़्यादातर पर्यटक थे ।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘भारतीय धरती पर पाकिस्तान का बचाव करने’ के आरोप में असम में अब तक कम से कम 36 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।
पंचायत चुनाव अभियान के दौरान शर्मा ने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस असम में सरकार चला रही थी, तब धुबरी में ‘कोई सुरक्षा नहीं थी’ और "हमारे लोगों को उचित महत्व नहीं दिया गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के सत्ता में आने के बाद, धुबरी में विकास शुरू हुआ और हमारे लोग यहां सुरक्षित महसूस करते हैं। कांग्रेस सरकार कभी भी राज्य के लोगों के साथ नहीं थी।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा के शासनकाल में सभी लोग शांतिपूर्वक रह रहे हैं। कांग्रेस के कार्यकाल में केवल लुंगी, धोती, सूता, अथुवा और कंबल थे। मुफ्त राशन या चावल नहीं था। और हर जगह बिचौलिए थे।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘इसलिए मैं कहता हूं कि कांग्रेस को अपना चुनाव चिह्न ‘हाथ’ छोड़ देना चाहिए और ‘लुंगी’ को नया चुनाव चिह्न बना लेना चाहिए। इससे कांग्रेस को कोई लाभ नहीं होने वाला है और पार्टी को केवल ‘लुंगी’ चिह्न से ही लाभ होगा।’’