आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, मई 2023 से राज्य में कुकी-जो और मेइती जातीय समूहों के बीच चले संघर्ष में 226 लोग मारे गए हैं।

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एनएचआरसी की ओर से शनिवार को जारी एक बयान के अनुसार, लाल ने अपने संबोधन में ‘‘संविधान में निहित प्रावधानों के अनुरूप लोगों के बीच भाईचारे को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया तथा न्याय प्राप्त करने के लिए हिंसा के बजाय संवैधानिक और कानूनी प्रावधानों पर भरोसा करने का आग्रह किया”।

उन्होंने जोर देकर कहा कि संविधान की आत्मा, प्रस्तावना, समानता, न्याय, स्वतंत्रता और भाईचारे के मूल आदर्शों को समाहित करती है।

लाल ने जोर देकर कहा कि हिंसा का कोई भी रूप मूल रूप से मानवाधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से सभी मनुष्यों के मानवाधिकारों के लिए शांति और सम्मान को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने का आग्रह किया।