झारखण्ड में अब ब्लैक फंगस का खौफ, 79 मामलों की पुष्टि; 25 गंवा चुके हैं जान
झारखण्ड में अब ब्लैक फंगस लोगों का सता रहा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से घट रहे हैं मगर ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के मात्र 151 मामले सामने आये और सिर्फ एक व्यक्ति की मौत हुई है जबकि ब्लैक फंगस से पांच लोगों की मौत हो गई है। वहीं ब्लैक फंगस के चार नये मामले सामने आये हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार सूबे में ब्लैक फंगस के अब तक 130 मामले सामने आये हैं जिनें 79 मामलों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है 51 मामले अभी संदिग्ध हैं। 37 लोग इस बीमारी से ठीक होकर घर जा चुके हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखण्ड के नोडल पदाधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी के अनुसार प्रदेश में ब्लैक फंगस से अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्लैक फंगस से मृत्यु दर 40 प्रतिशत है।
ब्लैक फंगस के बढ़ते प्रकोप के बीच इसकी पहचान के लिए चिकित्सकों व अस्पतालों की खातिर संशोधित दिशा निर्देश जारी किया गया है। 35 विभिन्न बिंदुओं पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। कोरोना में स्टेरॉयड का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता रहा। ब्लैक फंगस की एक बड़ी वजह इसे भी माना जाता है। गाइड लाइन में स्टेरॉयड के इस्तेमाल को लेकर भी आवश्यक सुझाव दिये गये हैं। देखना है कि जो मरीज आया है उसने पहले स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया है या नहीं। ब्लड शुगर की स्क्रीनिंग को अनिवार्य कर दिया गया है।
अगर मरीज के किसी अंग का ट्रांसप्लांट हुआ है तो उस पर भी गौर किया जाना है। जहां तक कोरोना का सवाल है तेजी से मामले घट रहे हैं। अब तक 91,40,410 सैंपल की जांच हो चुकी है जिसमें 3,43,609 मामले पॉजिटिव आये। प्रदेश में कोरोना से अब तक 5085 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में अब सिर्फ 3,062 ही एक्टिव केस रहे गये हैं। सोमवार को प्रदेश में 151 नये केस मिले, एक की मौत हुई। चार जिले खूंटी, पाकुड़, दुमका और साहिबगंज में एक भी नये मरीज नहीं मिले। ठीक हो चुके मरीजों की चिकित्सा सहायता के लिए सोमवार को हेल्प लाइन नंबर जारी किया गया है।