एलओसी पर पाकिस्तानी मंत्री का मीडिया शो, कहा- भारत के आतंकी शिविर वाले दावे झूठे
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान सरकार ने एक नया प्रचार अभियान शुरू किया है। रविवार को पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तारड़ ने नियंत्रण रेखा (LoC) का दौरा किया। जहां उन्होंने स्थानीय एवं अंतरराष्ट्रीय मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि भारत जिन स्थानों को आतंकवादी शिविर बता रहा है। वे वास्तव में आम नागरिकों के इलाके हैं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह दौरा पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था। मंत्रालय का उद्देश्य भारत के आरोपों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर झूठा साबित करना था। पत्रकारों को कथित तौर पर स्थानीय लोगों से बातचीत भी कराई गई। पत्रकारों से बात करते हुए अताउल्लाह तारड़ ने भारत के आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि पाकिस्तान ने सभी तथ्यों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सामने रख दिया है।
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान एक जिम्मेदार देश है और हम न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने बार-बार अपने कार्यों से यह साबित किया है कि हम शांति के समर्थक हैं। लेकिन साथ ही हम अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।"
हालांकि यह बयान ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान के कई मंत्री भारत को लेकर खुलेआम युद्ध की धमकी दे चुके हैं। दोनों देशों के बीच तनाव 22 अप्रैल को हुए उस आतंकी हमले के बाद बढ़ा है जिसमें पहलगाम में 26 लोगों की मौत हो गई थी। शुरुआत में पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। लेकिन भारत द्वारा आतंकियों का पीछा ज़मीन के आखिरी छोर तक करने की घोषणा के बाद TRF ने जिम्मेदारी से इनकार कर दिया।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) सोमवार को भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर एक बंद कमरे में बैठक आयोजित करने जा रही है। यह बैठक भारत के लिए एक अवसर होगी कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष पाकिस्तान की भूमिका को उजागर कर सके।
पाकिस्तान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा, " भारत और पाकिस्तान के बीच हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। खासकर जम्मू-कश्मीर की स्थिति गंभीर होती जा रही है। इससे क्षेत्रीय तनाव बढ़ने का खतरा है। यह क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए चुनौती बन सकती है। इसी वजह से पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से आपातकालीन बंद कमरे में बैठक की औपचारिक मांग की है।"
पोस्ट में यह भी बताया गया कि पाकिस्तान के संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद सोमवार 5 मई 2025 की दोपहर में बैठक के बाद सुरक्षा परिषद के स्टेकआउट क्षेत्र में एक बयान देंगे।