संसद सुरक्षा चूक मामला: मुख्य साजिशकर्ता अब भी फरार, तलाश तेज
दिल्ली पुलिस संसद के शीतकालीन सत्र में बुधवार को लोकसभा में कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से नीचे कूदने और केन से धुआं फैलाने के मामले में छठें संदिग्ध आरोपी की तलाश में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन छापेमारी कर रही है।
एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि कोलकाता निवासी ललित झा पेशे से शिक्षक है और सुरक्षा में सेंधमारी मामले में मुख्य साजिशकर्ता है।
ललित और अन्य आरोपी क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह से प्रभावित थे और ऐसा कृत्य करना चाहते थे जिससे देश का ध्यान उन पर जाए। अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों को अब तक ऐसा कोई सुराग नहीं मिला है जिससे इनका संबंध किसी आतंकी समूह से होने का संकेत मिले।
उन्होंने बताया कि सभी छह लोग सोशल मीडिया से संपर्क में आए थे और फिर फेसबुक में भगत सिंह ‘फैन पेज’ से जुड़े थे।
ललित शिक्षक था, उसने ही कमान संभाली और मनोरंजन को मानसून सत्र के दौरान संसद के सभी प्रवेश द्वारों की रेकी करने (टोह लेने) का निर्देश दिया। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जुलाई में मनोरंजन दिल्ली आया और विजिटर पास के जरिए संसद के अंदर गया। वहां उसे पता चला कि जूतों की तलाशी नहीं ली जाती।’’
बुधवार को ललित चार अन्य लोगों के साथ संसद आया। उनमें से केवल दो लोगों के नाम पर पास थे, ऐसे में ललित ने चारों-सागर, मनोरंजन, नीलम और अमोल के फोन ले लिए। संसद परिसर के अंदर और बाहर जिन केन से रंगीन धुआं फैलाया गया था उसे अमोल महाराष्ट्र के कल्याण से लाया था।
अधिकारी ने बताया कि सागर और मनोरंजन अंदर चले गए, जबकि नीलम और अमोल बाहर गेट पर रुके, जहां उन्होंने भी रंगीन केन खोले और उससे पीला तथा लाल रंग का धुआं फैलाया। अधिकारी ने बताया कि संसद के बाहर से नीलम और अमोल को हिरासत में लिए जाने के तुरंत बाद ललित ने घटना का वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया और इसे इस समूह का हिस्सा रहे विशाल शर्मा उर्फ विक्की के साथ साझा किया।
ललित की आखिरी लोकेशन राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर नीमराणा में मिली थी। पुलिस ने पहले कहा था कि सभी पांचों आरोपी 10 दिसंबर को मिले थे और गुरुग्राम में विशाल शर्मा के घर पर रुके थे। नीलम, मनोरंजन, अमोल और विशाल हिरासत में हैं और दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल सेल) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने उनसे पूछताछ की है।