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04 November 2020

हरियाणा: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का गुस्सा बरकरार, कल करेंगे सड़क जाम

हरियाणा के 34 किसान संगठनों ने मिलकर 5 नवंबर के रास्ता रोको कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लेने की घोषणा की है। इस कार्यक्रम के तहत कल दोपहर 12 से 4 तक प्रदेश के भिन्न-भिन्न स्थानों पर किसान सड़कों पर बैठकर शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन करेंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से किसान केंद्र सरकार द्वारा 3 किसान विरोधी कानून लाने के खिलाफ अपना रोष व्यक्त करेंगे और सरकार से मांग करेंगे कि वह इन कानूनों को वापस ले।

पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर जिला सिरसा के मुसहाबाद और जींद जिले के दातासिंहवाला में हरियाणा और पंजाब दोनों के आंदोलनकारी किसान मिलकर जाम करेंगे। अब तक प्राप्त सूचना के अनुसार प्रदेश में निम्नलिखित स्थानों पर प्रमुख सड़कों का रास्ता रोका जाएगा: जिला फतेहाबाद में रतिया ,ढाणी गोपाल,टोहाना और भट्टू, जिला सिरसा में चोपटा(सिरसा भादरा रोड), सुरेवाला, डबवाली टोल प्लाजा और मुसहाबाद, जिला हिसार में सरसोद बिचपड़ी, जिला जींद में कैथल मोड़, दाता सिंह वाला बॉर्डर और कंडेला गांव, जिला भिवानी मे धनाना और इशरवाल गांव में, जिला करनाल में नीलोखेड़ी और रायपुर रोड़ान, जिला कैथल में इस्माइलपुर, जिला पलवल में पलवल सदर,जिला झज्जर में छूछकवास और माण्डौठी, जिला रेवाड़ी में बेरली कलां में, महेंद्रगढ़ में अटेली और जिला रोहतक में टिटौली (रोहतक-जींद रोड) पर रोड जाम किया जाएगा। प्रदेश के अन्य स्थानों से सूचना लगातार आ रही है। आम जनता को सूचित किया जाता है कि असुविधा से बचने के लिए वह दोपहर 12 से 4 तक इन रास्तों से सफर ना करें।

मीडिया को यह जानकारी देते हुए अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के वर्किंग ग्रुप के सदस्य सर्वश्री सत्यवान प्रेम सिंह गहलावत और योगेंद्र यादव ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन पूरे देश भर में किया जाएगा। यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण होंगे। आंदोलनकारियों ने फैसला किया है कि सड़क रोको के दौरान एंबुलेंस और अन्य किसी इमरजेंसी वाले लोगों को रास्ता दिया जाएगा। उन्होंने यह आशा व्यक्त की कि पुलिस और प्रशासन किसानों के गुस्से को समझते हुए इस विरोध प्रदर्शन में कोई दखल नहीं देगा।

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यह विरोध प्रदर्शन हरियाणा के 34 किसान संगठनों द्वारा अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले चल रहे अभियान का हिस्सा है। इस अभियान के तहत 9 नवंबर को सीएम सिटी करनाल में रैली का आयोजन किया गया है। उसके बाद 26 और 27 नवंबर को देशभर के किसान दिल्ली पहुंचकर डेरा डालेंगे।

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TAGS: हरियाणा, कृषि कानून, किसान आंदोलन, किसान, रोड जाम, Haryana, Farmers, agricultural laws, road jams
OUTLOOK 04 November, 2020
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