महिलाओं को समर्पित हरियाणा का बजट, पंचायती राज संस्थानों में 50% आरक्षण, सुषमा स्वराज के नाम पर पुरस्कार की घोषणा
मंगलवार को हरियाणा विधानसभा में वित्त वर्ष 2022-23 का 1.77 लाख रुपए का बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल जो प्रदेश के वित्त मंत्री भी है, ने अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बजट को भी महिलाओं को समर्पित किया। बजट में महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं के लिए कई कल्याणकारी घोषणाओं के साथ हरियाणा सुषमा स्वराज के नाम 5 लाख का पुरस्कार आरम्भ करने की घोषणा भी की।
वित्त मंत्री के रूप में सदन में लगातार अपना तीसरा बजट प्रस्तुत करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंचायती राज संस्थानों में महिलाओं की अधिक भागीदारी के लिए आरक्षित 33 प्रतिशत स्थानों को बढा़मर 50 प्रतिशत करने की घोषणा की। इसके अलावा, महिलाओं को उद्यमिता की ओर आकर्षित करने के लिए हरियाणा मुख्यमंत्री उद्यमिता योजना की शुरूआत करने की घोषणा की। महिला एवं उसके परिवार के सदस्यों की वार्षिक आय 5 लाख से कम आधार मानकर स्वयं सहायता समूह को ऋण के रूप में तीन लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी। इस योजना के तहत हरियाणा महिला विकास निगम द्वारा तीन वर्ष तक ब्याज में 7 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी।
कामकाजी महिलाओं को सस्ती आवासीय सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए पंचकूला, गुरुग्राम व फरीदाबाद में कामकाजी महिला छात्रावास स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, वर्ष 2022-23 के दौरान ‘सहभागिता’ के माध्यम से तीन महिला आश्रम स्थापित करने की संभावनाएं तलाशने की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने की।
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2022-23 के दौरान 10,000 महिला स्वयं सहायता समूह स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा, जिन महिला परिवारों की वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये या इससे कम है, उनको केन्द्र व राज्य सरकार से सहायता दी जाएगी। इससे राज्य के लगभग 50,000 महिला परिवारों को लाभ होगा और उनकी आय में वृद्धि होगी।