ऐतिहासिक सियासी बदलाव: 'आप' का हुआ पंजाब, मालवा की 69 में से 64 पर बढ़त, सीएम चन्नी दोनों सीटों से पीछे, सिद्धू तीसरे स्थान पर
पंजाब की सियासत में ऐतिहासिक बदलाव। पंचकोणीय मुकाबले में पंजाब की जनता ने आम आदमी पार्टी को बहुमत के साथ सत्ता तक पहुंचा दिया है। कांग्रेस और िशरोमणि अकाली दल जैसे पारंपरिक दलों की जद में रही पंजाब की सत्ता अब नए दल आम आदमी पार्टी के हाथ आना तय है। एग्जिट पोल्स में आम आदमी पार्टी के सबसे बड़ी पार्टी बनने का अनुमान लगाया गया है। मतगणना के रुझानों मुताबिक आम आदमी पार्टी बहुमत की ओर बढ़ती दिख रही है। सितंबर 2021 में कैप्टन अमरिदंर सिंह को सीएम पद से हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी के रुप में कांग्रेस का दलित मास्टर कार्ड चुनाव में नहीं चल पाया। चन्नी चमकौर साहिब व भदौड़ दोनों सीटों से पीछे चल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर सीट से तीसरे स्थान पर है।
सात दशक से पंजाब की सत्ता पर काबिज रही कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल खिसक कर दूसरे और तीसरे स्थान पर रह गई है। 117 विधानसभा सीट वाले पंजाब के रुझानों मुताबिक आप बहुमत के 59 के आंकड़ें से कहीं आगे 80 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। पंजाब में दिल्ली की कहानी दोहराकर जोरदार बहुमत हासिल करती नजर आ रही है। दूसरे नंबर के लिए कांग्रेस और अकाली दल में कड़ी टक्कर है।
2017 के चुनाव में 20 सीटें जीतकर विपक्ष की भूमिका में रही आप ने इन चुनाव से सबक लेते हुए इस बार मतदान से पहले संगरुर से दो बार के सांसद भगवंत मान को सीएम उम्मीदवार घोषित करना आप के पक्ष में रहा। संगरुर के धूरी से चुनाव लड़ने वाले मान कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी,शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर बादल पर भारी पड़े। भाजपा के साथ गठबंधन में पंजाब लोक कांग्रेस के कैप्टन अमरिदंर सिंह के समक्ष अपनी ही पटियाला सीट बचाने का संकट है।
'आप' की जीत का सेहरा मालवा के सिर
मालवा पंजाब में इस बार 2017 के 77.20% की तुलना में मतदान करीब 5 प्रतिशत घटकर 71.95 प्रतिशत रहा। आप की सरकार बनाने में मालवा क्षेत्र की सबसे बड़ी भूमिका रहेगा। मालवा की 69 सीटों में से 64 पर आप की बढ़त है। 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने यहां की 40 सीटें जीतकर सत्ता हासिल की थी। साल 2012 में अकाली दल ने मालवा से 33 सीटें जीती थीं, तब उनकी सरकार बनी थी।
-पंजाब के दिग्गज नेता अपनी सीटों पर पिछड़ते नजर आ रहे हैं। इनमें सीएम चरणजीत चन्नी, कैप्टन अमरिंदर सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू और सुखबीर सिंह बादल शामिल हैं।
-पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला शहर सीट से पीछे चल रहे हैं।
-सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भदौड़ और चमकौर साहिब सीट से पीछे चल रहे हैं। उनके सभी मंत्री भी पिछड़ते नजर आ रहे हैं।
-अमृतसर ईस्ट सीट से पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू पिछड़कर तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।