लाठी-डंडे-गोली से खट्टर-दुष्यंत चौटाला की जोड़ी हरियाणा को नहीं चला सकती: सुरजेवाला
कुरुक्षेत्र के पिपली में गुरुवार को किसानों पर लाठीचार्ज के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार को पिपली किसानांे से मिलने पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा में खट्टर सरकार की गुंडागर्दी और पुलिस के जुल्म का नंगा नाच कुरुक्षेत्र की रणभूमि में पूरे देश ने देखा। सीधे सिर में लाठियों से वार किया गया, जिसमें सैकड़ों लोग घायल हो गए।
उन्होंने कहा कि यहां तक कि जींस और टी-शर्ट में पुलिस का हेल्मेट पहने कई लोग किसानों को पीटते देखे गए। ये पुलिसकर्मी थे या भाजपा-जजपा के प्राइवेट गुंडे। तीनों अध्यादेशों का विरोध कर रहे किसान-आढ़ती-मजदूर शांतिप्रिय तरीके से किसान बचाओ-मंडी बचाओ रैली का पीपली मंडी में आयोजन करना चाहते थे। लेकिन, किसानों और आढ़तियों के नेताओं की जबरन धरपकड़ शुरू कर दी गई, घरों पर नोटिस लगाए गए और जगह-जगह पुलिस नाके लगाकर किसानों-मजदूरों-आढ़तियों को पीपली आने से रोका गया। इसके बावजूद भी जब हजारों की संख्या में लोगों ने कूच किया तो फिर पगड़ियां उछाली गईं। किसानों व आढ़तियों पर निर्दयता से लाठियां चलाई गईं।
सुरजेवाला ने कहा कि मोदी और खट्टर सरकार ने षड्यंत्र के तहत खेती और फसल खरीद की पूरी मंडी व्यवस्था पर हमला बोल रखा है। भाजपा खेती के पूरे तंत्र को मुट्ठीभर कंपनियों के हाथ बेच देना चाहती है। इसीलिए एक साजिश के तहत कोरोना महामारी के बीच तीन काले कानून अध्यादेश माध्यम से लाए गए, ताकि किसान-आढ़ती-मजदूर का गठजोड़ खत्म हो तथा पूरा कृषि तंत्र ही गुलामी की बेड़ियों में जकड़ दिया जाए।
सीएम मनोहर लाल खट्टर और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को घेरते हुए रणदीप ने कहा कि इस जोड़ी का नाम इतिहास में उन दुर्दांत शासकों के तौर पर लिखा जाएगा, जिनका शासन किसान-आढ़ती-मजदूर पर ‘दमन और जुल्म’ की निशानी बन गया है। बुजुर्ग लोगों को तक बेरहमी से पीटा गया। सरदार गुरनाम सिंह चडूनी सहित पूरे प्रदेश के किसानों और व्यापारियों के नेताओं पर दमन चक्र चलाया गया। सवाल यह भी है कि अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भाजपा अध्यक्ष के पद ग्रहण की रैली कर सकते हैं, तो फिर किसान और आढ़ती पर यह जुल्मो-सितम क्यों? लाठी-डंडे-गोली से खट्टर-दुष्यंत चौटाला की जोड़ी हरियाणा को नहीं चला सकती।