नूंह हिंसा में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, दंगाइयों से वसूला जाएगा नुकसान: सीएम खट्टर
सोमवार को हरियाणा के नूंह में भड़की सांप्रदायिक हिंसा में अब तक 6 की मौत हो चुकी है। कानून व्यवस्था को लेकर सरकार और प्रशासन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हिंसा में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों से करेंगे।
नूंह हिंसा के बीच मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि मैं किसी भी कीमत पर प्रदेश की शांति और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगड़ने नहीं दूंगा... नूंह की घटना के हर एक अपराधी को कानून के माध्यम से उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा और वहां हुए हर एक नुकसान की भरपाई दंगाइयों से ही होगी और उन्हीं से उसकी वसूली भी करवाई जाएगी।
नूंह घटना पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राज्य में कोई भी गैरकानूनी गतिविधि न हो इसके लिए 20 अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। 6 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 2 पुलिस कर्मी और 4 नागरिक हैं। 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 90 अन्य को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ के बाद कार्रवाई की जाएगी। जो भी इसमें शामिल है उसे बख्शा नहीं जाएगा और कार्रवाई की जाएगी। नूंह में इंडियन रिजर्व बटालियन भी तैनात की जाएगी।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि नूंह और आसपास के इलाके में फिलहाल स्थिति सामान्य बनी हुई है और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोगों से शांति और भाईचारा बनाकर रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी या षड्यंत्रकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने बजरंग दल के मोनू मानेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। हमने उनसे कहा है कि उसकी तलाश के लिए जो भी मदद की जरूरत होगी वह हम मुहैया कराएंगे।
मोनू मानेसर के बारे में पूछे जाने पर खट्टर ने कहा कि उस पर राजस्थान पुलिस ने मामला दर्ज किया है और कहा कि उनकी सरकार उसे पकड़ने के लिए आवश्यक कोई भी सहायता प्रदान करेगी।
मानेसर नाम के एक गोरक्षक पर राजस्थान पुलिस ने दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या के सिलसिले में मामला दर्ज किया था, जिनके जले हुए शव फरवरी में हरियाणा के भिवानी जिले में पाए गए थे। सीएम खट्टर ने कहा, "राजस्थान पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। हमारे पास कोई इनपुट नहीं है कि वह अब कहां है। राजस्थान पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है।"
मानेसर का यह कहते हुए एक वीडियो कि वह नूंह में जुलूस में शामिल होंगे, सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया था।
खट्टर ने कहा कि पुलिस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए मोबाइल डंप डेटा की जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर रही है। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
खट्टर से चौटाला की टिप्पणी के बारे में भी पूछा गया, जिन्होंने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, "... यात्रा के आयोजकों ने कार्यक्रम में भाग लेने वाली भीड़ के बारे में जिला प्रशासन को उचित अनुमान नहीं दिया था। कहीं न कहीं इस जानकारी का अभाव है।" ऐसा प्रतीत होता है कि घटना इसी के कारण हुई।"
इसके जवाब में खट्टर ने कहा, ''जब यात्रा की सूचना मिली तो एक दिन पहले डिप्टी कमिश्नर ने दोनों पक्षों के साथ बैठक की और प्रशासन को आश्वासन दिया गया कि कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से होगा. लेकिन अचानक जो घटनाएं हुईं और घटना की अब जांच की जा रही है।"
संपत्तियों के नुकसान पर एक सवाल का जवाब देते हुए सीएम खट्टर ने कहा, हमने एक अधिनियम पारित किया है जिसमें यह प्रावधान है कि किसी भी नुकसान के लिए, सरकार सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान के लिए मुआवजा जारी करती है लेकिन जहां तक निजी संपत्ति का सवाल है, जिन लोगों ने नुकसान पहुंचाया है वे इसकी भरपाई के लिए उत्तरदायी हैं। इसलिए, हम सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान के लिए प्रावधान करेंगे और निजी संपत्ति के लिए हम कहेंगे कि उन लोगों से मुआवजा वसूला जाए जो इसके लिए उत्तरदायी हैं। उन्होंने कहा कि नूंह में लोगों की संपत्तियों के नुकसान का आकलन करने के लिए एक योजना शुरू की जाएगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में सांप्रदायिक झड़पों के बाद बुधवार को केंद्रीय बलों की चार अतिरिक्त कंपनियों की मांग की और कहा कि इंडिया रिजर्व बटालियन की एक बटालियन भी नूंह में तैनात की जाएगी। हरियाणा में केंद्रीय बलों की 20 कंपनियां पहले से ही तैनात हैं- 14 नूंह में, तीन पलवल में, दो गुरुग्राम में और एक फरीदाबाद में।