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10 October 2020

किसानों के विरोध के बीच बिछी बरोदा उपचुनाव की सियासी बिसात

एक ओर जहां कृषि विधेयकों (अब कानून) के विरोध में किसान सड़कों और रेलवे ट्रैक्स पर हैं। वहीं सरकार और विपक्ष बरोदा उपचुनाव के लिए किसानों के बीच सियासी बिसात बिछा रहा हैं। पिहोवा से पिपली तक राहुल गांधी की ट्रेक्टर रैली की टक्कर में शुक्रवार को गोहाना में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की ट्रैक्टर रैली के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी गोहाना में डेरा डाला। तीन नवम्बर को होने वाले इस उपचुनाव में भाजपा के गठबंधन सहयोगी दल जजपा ने इस चुनाव प्रचार से अभी तक दूरी बनाई हुई है। इस उपचुनाव से जजपा की दूरी पर विपक्ष दुष्यंत चौटाला को घेर रहा है कि किसानांे के विरोध से बचने के लिए वह कोरोना की आड़ में अपने घर में छिपे बैठे हैं। दुष्यंत के छोटे भाई दिगविजय समेत जजपा के तमाम नेताओं ने यह उपचुनाव पूरी तरह से भाजपा के हवाले कर दिया है। उम्मीद है कि यहां से उम्मीदवार भी भाजपा का ही होगा जिसके लिए पहलवान योगेश्वर दत्त का नाम तकरीबन तय है।

अक्टूबर 2019 के चुनाव में इस सीट से भाजपा के प्रत्याशी योगेश्वर दत्त कांग्रेस के कृष्ण हुड्डा से चुनाव हार गए थे। योगेश्वर की टक्कर में कांग्रेस यहां से दिवंगत कृष्ण हुड्डा के बेटे को चुनाव मैदान में उतार सकती है। हालांकि इस एक सीट पर उपचुनाव से हार जीत से किसी भी दल पर कोई बड़ा सियासी असर नहीं पड़ेगा पर कृष्ण हुड्डा की मौत केे बाद खाली हुई यह सीट कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है वहीं भाजपा इसे हुड्डा के गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश के तौर पर ले रही है। कांग्रेस और भाजपा को छोड़कर यहां इनेलो मैदान में कहीं नजर नहीं आ रही है।

चुनाव प्रचार के लिए शनिवार को यहां डेरा डालने वाले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये तो अपने घर में ही चौधर लिए बैठे हैं। बाप-बेटा पहले दो लोकसभा चुनाव हार गए और जब राज्यसभा की बारी आई तो पूरे हरियाणा में कांग्रेस को दिपेंद्र को छोड़कर अौर कोई और नेता नहीं मिला। सीएम ने कहा कि इनकी चौधर तो घर की है, जनता के लिए नहीं है। सीएम से जब बरोदा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी उम्मीदवार का नाम तय नहीं किया गया है। जल्द इस पर फैसला किया जाएगा। वहीं चुनाव प्रचार कोरोना को ध्यान में रखकर किया जाएगा।

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सीएम ने कहा कि भाजपा और जजपा उम्मीदवार के नाम की घोषणा होते ही पार्टी हर घर द्वार जाकर प्रचार करेंगी। करीब डेढ़ लाख लोगों से संपर्क किया जाएगा। सीएम ने कहा कि कांग्रेस के नेता अब भाजपा द्वारा की गई घोषणाओं पर सवाल उठा रहे हैं। जब उनके राज में उनके विधायक ने कुछ नहीं किया तो हमें तो करना ही था। विकास का काम अगर कांग्रेस करती तो हमें यह न करना पड़ता।

यह उपचुनाव किसानों के विरोध के चलते जहां भाजपा के लिए कड़ी चुनौती है वहीं कांग्रेस को अपने कोटे की इस सीट को बचाए रखना नाक का सवाल है। प्रचार के लिए भाजपा ने प्रदेश स्तर के तमाम नेताओं,मंत्रियों व विधायकों को बरोदा उपचुनाव प्रचार में झोक दिया है। चुनाव प्रभारी कृषि मंत्री दलाल के साथ इस विधानसभा क्षेत्र के तहत आते सभी 52 गांवों में से हरेक गांव में भाजपा ने अपने 39 विधायकों के साथ पन्ना प्रमुखों को तैनात किया है। भाजपा केंद्रीय मुख्यालय से भी कई बड़े नेताओं के प्रचार  कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं।

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TAGS: किसानों के विरोध, बरोदा उपचुनाव, सियासी बिसात, Politics, Baroda by-election, amidst opposition, from farmers
OUTLOOK 10 October, 2020
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