Advertisement
18 September 2021

पंजाब: कैप्टन अमरिंदर की अग्नि परीक्षा आज, आलाकमान ने बुलाई कांग्रेस विधायक दल की बैठक

पंजाब कांग्रेस में पिछले काफी समय से जीरा खींचतान के बीच आलाकमान ने शनिवार यानी आज कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक बुलाई है। सीएलपी की बैठक कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है। बता दें कि कैप्टन बीते कुछ महीनों से बागी नेताओं के निशाने पर हैं और उन्हें हटाने की मांग की जा रही है।

पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने ट्विटर के जरिए इस बैठक की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, “एआईसीसी से पंजाब कांग्रेस पार्टी के विधायकों का एक दल मिला है, जिसने कांग्रेस विधायक दल की तुरंत बैठक बुलाने का अनुरोध किया गया है। उनकी मांग पर कल शाम 5 बजे सीएलपी की बैठक बुलाई गई है।”

हिंदुस्तान की खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि हरीश रावत के अलावा दिल्ली के दो पर्यवेक्षक हरीश चौधरी और अजय माकन भी बैठक में शामिल हो सकते हैं। हरीश चौधरी को राहुल गांधी का विश्वासपात्र माना जाता है और वे राजस्थान कैबिनेट में मंत्री हैं। 2017 के विधानसभा चुनावों के समय पंजाब मामलों के पूर्व सचिव भी थे। अजय माकन भी राहुल गांधी के करीबी विश्वासपात्र हैं और राजस्थान मामलों के प्रभारी भी हैं।

Advertisement

खबर के मुताबिक, बैठक के लिए नोटिस जानबूझकर देर से दिया गया ताकि मुख्यमंत्री खेमे को 'प्रतिक्रिया' करने के लिए कम समय दिया जा सके। इस बैठक में केंद्रीय टीम विधायकों के हस्ताक्षर ले सकती है। उसी आधार पर आलाकमान के द्वारा आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

हरीश रावत के ट्वीट के कुछ मिनट बाद, पीपीसीसी प्रमुख नवजोत सिद्धू ने भी ट्विटर के जरिए ही इस बैठक की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ``एआईसीसी के निर्देश के अनुसार, कांग्रेस विधायक दल की बैठक कल शाम 5 बजे पीपीसीसी कार्यालय, चंडीगढ़ में बुलाई गई है।''

सीएलपी की बैठक उस समय बुलाई गई है जब पार्टी विधायक अपनी शिकायतों को दूर करने के लिए कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक की मांग कर रहे थे। पार्टी आलाकमान द्वारा गठित तीन सदस्यीय खड़गे पैनल ने पंजाब के मुख्यमंत्री को कार्यान्वयन के लिए 18 सूत्रीय एजेंडा सौंप दिया है, जबकि सीएलपी की बैठक बुलाई गई है।

गौरतलब है कि सीएम और बागियों के बीच तनातनी के बीच नवजोत सिंह सिद्धू को पीपीसीसी प्रमुख बनाया गया था। लेकिन कैप्टन और सिद्धू के गुटों के बीच गतिरोध जारी है। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पार्टी आलाकमान द्वारा सौंपे गए 18 सूत्रीय एजेंडे को लागू करने में देरी के लिए कुछ मंत्रियों सहित विधायक कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साध रहे हैं। विद्रोही पार्टी आलाकमान को विधायकों के हस्ताक्षर के साथ अपनी मांग पार्टी आलाकमान तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि इन विधायकों की मांग मुख्यमंत्री को बदलने की रही है।

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में नवजोत सिंह और उनके चार कार्यकारी अध्यक्षों के साथ बातचीत के दौरान बताया था कि पीपीसीसी प्रमुख द्वारा उठाए गए सभी प्रमुख मुद्दे पहले से ही समाधान के उन्नत चरणों में थे। रावत ने अपने हालिया दौरे के दौरान सीएम और पीपीसीसी प्रमुख नवजोत सिंह को एक टीम के रूप में काम करने की सलाह देते हुए तनाव को दूर करने की कोशिश की थी।

 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Punjab, Captain Amarinder, high command convenes meeting, Congress Legislature Party
OUTLOOK 18 September, 2021
Advertisement