राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा: योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में संतों और धार्मिक नेताओं का स्वागत किया
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से कुछ घंटे पहले, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतों और धार्मिक नेताओं का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने सोमवार को 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''श्री अयोध्या धाम में आपकी गरिमामय उपस्थिति 'रामराज्य' के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगी। अयोध्या धाम स्थित प्रभु श्री राम जन्मभूमि मंदिर में श्री राम लला की नई मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश एवं दुनिया भर से पधारे पूज्य संतों एवं धर्मगुरुओं का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन।"
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने कश्मीर के बुनकरों द्वारा बनाए गए भगवान राम के कोट वाले कंबल की तस्वीर साझा की। दुबे ने प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने हमारे पूर्वजों के 550 वर्षों के त्याग और तपस्या को समाप्त कर दिया। राम लला की 'प्राण प्रतिष्ठा' का ऐतिहासिक अनुष्ठान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संतों और कई विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में होगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रविवार को घोषणा की कि 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह को 'मंगल ध्वनि' नामक एक चमकदार संगीत कार्यक्रम द्वारा चिह्नित किया जाएगा। संगीत की दुनिया के कुछ सबसे बड़े नामों की विशेषता वाली इस भोज का मंचन सुबह 10 बजे किया जाएगा। अयोध्या मंदिर में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा दोपहर 12:30 बजे होगी।
अयोध्या को भगवान राम के पोस्टरों और झंडों से सजाया गया है, जबकि देश भर के शहरों को रोशनी, भगवान राम के विशाल कटआउट और भगवान राम से संबंधित धार्मिक नारों वाले पोस्टरों से सजाया गया है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को घोषणा की कि उसके सभी कार्यालय 22 जनवरी को आधे दिन के लिए बंद रहेंगे। कई राज्यों ने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए छुट्टी की घोषणा की है। इनमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, त्रिपुरा, असम, उत्तर प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं।