धर्म की स्वतंत्रता का दिवस मनाया जाएगा 27 जनवरी को: कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर
प्रख्यात कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने बृहस्पतिवार को कहा कि 27 जनवरी को धर्म की स्वतंत्रता के दिवस के तौर पर मनाया जाएगा और इस दिन धर्म संसद में सनातन बोर्ड के संविधान का प्रारूप प्रस्तुत किया जाएगा।
निरंजनी अखाड़े में आयोजित पत्रकार वार्ता में देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, “हमें हमारी बात को आगे बढ़ाने के लिए सनातन बोर्ड चाहिए। हम सनातन बोर्ड लिए बिना कुंभ से नहीं जाएंगे।” उन्होंने बताया कि धर्म संसद में सभी अखाड़ों के प्रतिनिधि, चारों शंकराचार्यों के प्रतिनिधि समेत सनातन से जुड़े सभी लोगों का प्रतिनिधित्व होगा।
जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरि ने कहा, “सनातन बोर्ड पूरी मानवता की आवश्यकता है क्योंकि आतंक, नफरत और अराजकता का समापन केवल सनातन बोर्ड से ही हो सकता है।”
निरंजनी अखाड़ा के वरिष्ठ महामंडलेश्वर और उज्जैन के अर्जी वाले हनुमान जी के महंत स्वामी प्रेमानंद पुरी ने कहा, “कुछ लोग गंगा की भूमि को वक्फ बोर्ड की बताते हैं। जब कोई हमारी परंपराओं को अपनी बताता है तो हम बता दें कि सनातन तब से है जब से सूर्य का प्रादुर्भाव हुआ है। हमारे देश की अखंडता को बचाए रखने के लिए सनातन बोर्ड अत्यंत आवश्यक है।”
आनंद अखाड़े के पीठाधीश्वर स्वामी बालंकानंद गिरि महाराज ने कहा कि हर ओर सनातन है और इसे बचाए रखने के लिए सनातन बोर्ड बहुत आवश्यक है।