सबरीमला: क्या है ‘वर्चुअल कतार बुकिंग’ योजना? वाम दलों ने जबरदस्त प्रदर्शन की चेतावनी दी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी वार्षिक तीर्थाटन के दौरान सबरीमला मंदिर में केवल ‘वर्चुअल’ कतार बुकिंग प्रणाली के माध्यम से दर्शन की अनुमति देने के फैसले को लेकर शनिवार को केरल की वाम मोर्चा सरकार की कड़ी आलोचना की।
उसने यह भी चेतावनी दी कि यदि सरकार इस योजना पर आगे बढ़ती है तो वह जबरदस्त आंदोलन करेगी। कांग्रेस ने भी राज्य सरकार से ‘वर्चुअल’ कतार बुकिंग के साथ-साथ ‘स्पॉट’ (मौके पर) बुकिंग को भी बनाये रखने की अपील की है, क्योंकि इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती कि सभी श्रद्धालु इस तकनीक से परिचित होंगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता बिना ऑनलाइन बुकिंग के भगवान अयप्पा मंदिर जायेंगे और यदि उन्हें रोका गया तो वे प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि भाजपा उन श्रद्धालुओं की मदद भी करेगी जो बिना ‘वर्चुअल’ बुकिंग के दर्शन करना चाहेंगे।
सुरेंद्रन ने कहा, ‘‘वर्चुअल कतार प्रणाली को लागू करने का फैसला किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं किया जा सकता। हमने बिना किसी ऑनलाइन बुकिंग के सबरीमला जाने का फैसला किया है।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या भगवान अयप्पा के लाखों श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करने के बाद ही सबरीमला आने की जरूरत है?’’
उन्होंने पूछा कि केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कैसे ऑनलाइन बुक कराकर मंदिर आ सकते हैं?
उन्होंने बताया कि कुछ तीर्थयात्री अपने मूल स्थानों से पैदल यात्रा करके आते हैं और कुछ ऐसे भी हैं जो तकनीक से परिचित नहीं हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने कई साल पहले उच्चतम न्यायालय के उस फैसले की आड़ में सबरीमाला में तनाव पैदा करने की कोशिश की थी, जिसमें सभी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में पूजा करने की अनुमति दी गई थी।
सुरेंद्रन ने कहा, ‘‘सरकार वर्चुअल कतार बुकिंग के नाम पर सबरीमाला में किसी भी श्रद्धालु को रोक नहीं सकती। भाजपा सभी भक्तों को पहाड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना करने में मदद करेगी। अगर कोई भी तीर्थयात्रियों को रोकने की कोशिश करेगा तो कड़ा विरोध होगा।’’
वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने भी राज्य सरकार से सबरीमाला में वर्चुअल कतार प्रणाली के साथ-साथ ‘स्पॉट’ बुकिंग जारी रखने की अपील की।
उन्होंने कहा कि सरकार इस बात पर जोर नहीं दे सकती कि अन्य राज्यों से आने वाले सभी तीर्थयात्रियों के पास तकनीकी ज्ञान हो ही।
हिंदू ऐक्य वेदी जैसे दक्षिणपंथी संगठनों ने भी राज्य सरकार से नवंबर के मध्य से दो महीने तक चलने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा में ‘स्पॉट’ बुकिंग प्रणाली जारी रखने की मांग की।
विपक्षी दलों द्वारा विरोध किये जाने के बीच सत्तारूढ़ गठबंधन वाम लोकतांत्रिक मोर्चा के दूसरे सबसे बड़े घटक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने सुझाव दिया कि ‘वर्चुअल’ कतार बुकिंग के साथ ‘स्पॉट’ बुकिंग को रखना बेहतर होगा।
भाकपा प्रदेश सचिव बिनय विश्वम ने मीडिया से कहा, ‘‘ भगवान की आड़ में तनाव पैदा करने की उनकी कोशिश है। हमें भाजपा को ऐसा करने का मौका नहीं देना चाहिए। इसलिए इस मुद्दे का समाधान होना चाहिए। इसके लिए वर्चुअल कतार तंत्र के साथ-साथ ‘ऑन-द-स्पॉट’ बुकिंग की सुविधा सुनिश्चित की जानी चाहिए।’’