छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी, 23 नक्सलियों ने डाले हथियार, 1.18 करोड़ का था इनाम
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 12 जुलाई 2025 को एक बड़ी सफलता तब मिली, जब 23 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इन नक्सलियों पर कुल 1 करोड़ 18 लाख रुपये का इनाम था। इस समूह में 14 पुरुष और 9 महिला नक्सली शामिल थे, जो सुकमा और बीजापुर जिलों में सक्रिय थे। आत्मसमर्पण करने वालों में कई बड़े नक्सली नेता शामिल थे, जिनमें मलंगिर एरिया कमेटी के डिप्टी कमांडर मुन्ना कुंजम (35) और पामेड़ एरिया कमेटी की मिलिशिया कमांडर हेमली कुंजम (27) शामिल हैं, दोनों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था।
रिपोर्ट के अनुसार, ये नक्सली माओवादी संगठन की खोखली विचारधारा और हिंसक गतिविधियों से तंग आ चुके थे। छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति, जैसे 'नियद नेलनार' योजना, ने इन्हें मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित किया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 50,000 रुपये की प्रारंभिक सहायता दी गई और उन्हें पुनर्वास नीति के तहत समर्थन दिया जाएगा।
इस घटना को नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी जीत माना जा रहा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह राज्य सरकार की नीतियों और सुरक्षा बलों की सक्रियता का नतीजा है। सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चौहान ने बताया कि ये नक्सली कई हिंसक घटनाओं, जैसे आईईडी हमलों और पुलिस पर हमलों में शामिल थे। इस साल सुकमा में 132 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जो नक्सल-मुक्त छत्तीसगढ़ के लक्ष्य की ओर एक कदम है।