पीएम मोदी से मिले शुभांशु शुक्ला, साथ में लाए ये गिफ्ट
अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें एज़िऑम-4 मिशन का पैच और अंतरिक्ष से ली गई पृथ्वी की तस्वीरें भेंट कीं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले शुभांशु शुक्ला हाल ही में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से लौटे हैं और इस ऐतिहासिक यात्रा के बाद पूरे देश में उनका भव्य स्वागत हो रहा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए लाल कालीन बिछाया गया, वहीं संसद में भी उनकी उपलब्धि पर विशेष चर्चा हुई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उन्हें भारत के लिए गौरव और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बताया। प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान शुभांशु ने अंतरिक्ष से भारत और दुनिया की तस्वीरें दिखाईं और बताया कि कैसे वहां से धरती का नज़ारा पूरी तरह अलग अनुभव कराता है।
शुभांशु शुक्ला एज़िऑम-4 मिशन के सदस्य रहे और उन्होंने लगभग 18 से 20 दिन अंतरिक्ष में बिताए। इस दौरान उन्होंने कई वैज्ञानिक प्रयोग किए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की वैज्ञानिक क्षमता का प्रदर्शन किया। वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी मिशन विशेषज्ञ और दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री बने। इससे पहले 1984 में राकेश शर्मा ने सोवियत मिशन के साथ अंतरिक्ष की यात्रा की थी। शुक्ला की यह उपलब्धि भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को नई उड़ान देने वाली मानी जा रही है।
उनकी पैतृक नगरी लखनऊ में भी उत्सव का माहौल है। नगर निगम ने उनके स्वागत के लिए विशेष तैयारियाँ की हैं और महापौर ने प्रस्ताव रखा है कि उनके घर तक जाने वाली सड़क और एक पार्क का नाम उनके नाम पर रखा जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शुभांशु को उत्तर प्रदेश का गौरव बताया है और कहा कि उनकी सफलता युवाओं को विज्ञान और शोध की ओर प्रेरित करेगी।
शुभांशु की वापसी केवल वैज्ञानिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। संसद में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान कई सांसदों ने कहा कि यह उपलब्धि ‘विकसित भारत 2047’ के विज़न से जुड़ी हुई है और यह दिखाती है कि भारत अब सिर्फ उपग्रह प्रक्षेपण तक सीमित नहीं है बल्कि मानव अंतरिक्ष उड़ान और वैश्विक सहयोग की दिशा में भी तेजी से बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने शुभांशु को बधाई देते हुए कहा कि उनकी यह यात्रा भारत के लिए गौरव का क्षण है और इससे आने वाली पीढ़ियाँ प्रेरणा लेंगी।
अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की यह मुलाकात और मिशन न सिर्फ भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाता है बल्कि यह संदेश भी देता है कि भारत आने वाले दशकों में अंतरिक्ष अनुसंधान और मानव मिशन में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।