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05 January 2024

श्रीलंका के राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने तमिलों के इस मांग का किया समर्थन, भारत का क्या है रुख?

श्रीलंका में उत्तर और पूर्व प्रांतों के अस्थायी विलय के साथ नौ प्रांतों के लिए नौ प्रांतीय परिषदों का गठन किया गया। उत्तर और पूर्व प्रांत को लेकर तमिल अल्पसंख्यक दावा करते हैं कि यह उनकी पारंपरिक मातृभूमि है। विक्रमसिंघे ने कहा, ”अगर हम 13वें संशोधन के प्रावधानों पर गौर करें तो इसमें एक मजबूत स्थानीय अर्थव्यवस्था की स्थापना के लिए पर्याप्त अधिकार हैं। हम उन मामलों में हस्तक्षेप न करने की प्रतिज्ञा लेते हैं। मैं आपको पहल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा हूं।”

उन्होंने कहा कि वर्तमान में पश्चिमी प्रांत ही श्रीलंका में एकमात्र ऐसा क्षेत्र है, जो स्वतंत्र तौर पर खर्च करने में सक्षम है जबकि अन्य आर्थिक रूप से इस पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा, ”यह स्थिति पुनर्विचार की मांग दोहराती है। 13वें संशोधन के भीतर शक्तियों का उपयोग कर प्रत्येक प्रांत अपने विकास की दिशा तय कर सकता है। अब इन शक्तियों को क्रियान्वित करने का समय आ गया है।

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TAGS: Srilanka president, Ranil Wickremesinghe, Tamil community in Srilanka, Narendra Modi, India Srilanka, Political autonomy to tamil in srilanka
OUTLOOK 05 January, 2024
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