Advertisement
17 August 2017

चंडीगढ़ में 10 साल की रेप पीड़िता ने बच्ची को दिया जन्म

सांकेतिक फोटो. साभार- एक्सप्रेस ट्रिब्यून.

चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल में दस साल की दुष्कर्म पीड़िता ने एक बच्ची  को जन्म दिया। इस पीड़िता की अबॉर्शन की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दी थी। इस बच्ची से उसके मामा ने कथित तौर पर कई बार दुष्कर्म किया था। अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि पीड़िता और नवजात बच्ची दोनों की हालत स्थिर है। नवजात को इंटेसिव केयर में रखा गया है, क्योंकि उसका वजन कम है।

पीड़ित लड़की चंडीगढ़ के सेक्टर 32 के सरकारी मेडिकल कॉलेज में बीते दो दिनों से भर्ती थी। डॉक्टरों की एक टीम उसकी स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुई थी। लड़की की डिलीवरी सर्जरी से कराई गई।

बता दें कि चंडीगढ़ की इस बच्ची का उसके मामा ने कई बार यौन शोषण किया और जब तक इस बात की जानकारी घरवालों को हुई, तब तक उसके गर्भ को 26 हफ्ते हो गए थे। सुप्रीम कोर्ट में उसके गर्भपात की याचिका डाली गई लेकिन कानून में 20 हफ्ते तक के गर्भ को ही गिराने की इजाजत है। कोर्ट ने यह कदम उसके जीवन को खतरे के मद्देनजर लिया था।

Advertisement

प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर और डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के बाद इस याचिका को नामंजूर कर दिया था। कोर्ट ने कहा था, "मेडिकल बोर्ड की सिफारिश को ध्यान में रखते हुए हम मानते हैं कि न तो यह लड़की के हित में होगा और न ही भ्रूण के हित में। हम गर्भपात को अस्वीकार करते हैं।"

यह आदेश वकील आलोक श्रीवास्तव की एक जनहित याचिका पर आया, जिन्होंने 18 जुलाई को चंडीगढ़ की जिला अदालत की ओर से अबॉर्शन कराए जाने से इनकार करने पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: chandigarh, rape victim, 10 year old rape victim, supreme court
OUTLOOK 17 August, 2017
Advertisement