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21 August 2017

1.5 लाख शिक्षामित्रों का लखनऊ में बड़ा प्रदर्शन

इसके पहले इस मुद्दे पर राज्य सरकार से वार्ता विफल होने से नाराज शिक्षामित्रों ने आज से लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। शिक्षामित्रों का बड़ी संख्या में लखनऊ पहुंचना कल से ही जारी था, जबकि सरकार ने उनके धरना-प्रदर्शन पर पहले ही रोक लगा दी थी। कई जत्थों को लखनऊ जिले की सीमा से बाहर ही रोका गया है, फिर भी ये बड़ी संख्या में राजधानी पहुंचने में सफल रहे।

बहरहाल, राजधानी के कई महत्वपूर्ण स्थानों जैसे कि मुख्यमंत्री आवास, विधानसभा, सचिवालय और राजभवन के इर्द-गिर्द सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और धरा 144 लगा दी गई है। इसके पहले, सुप्रीम कोर्ट नें इन शिक्षामित्रों की नियुक्ति रद्द कर दी थी, जिसके बाद से ही ये सभी आन्दोलन कि राह पर हैं।

कुछ दिन पहले, शिक्षामित्रों नें विधानसभा के निकट एक व्यापक धरना-प्रदर्शन किया था और बाद में पुलिस ने इनके ऊपर लाठीचार्ज कर दिया था, जिसमें कई गंभीर रूप से घायल हो गए थे। खबरों के अनुसार, कुछ शिक्षामित्रों ने आत्महत्या तक की है, जबकि सरकार उनकी जायज़ मांगों पर भी विचार करने की बात कह रही है।

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अब तक की बातचीत में, प्रदेश सरकार नें शिक्षामित्रों को 10 हजार रुपये से ज्यादा मानदेय प्रदान करने से इनकार कर दिया है। उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने पहले ही साफ कर दिया था कि उन्हें सरकार का प्रस्ताव मंजूर नहीं है। वहीं, दूसरी ओर योगी सरकार ने नवंबर में बेसिक शिक्षकों की भर्तियां निकालने का फैसला किया है, जिसमें शिक्षामित्रों को अधिकतम 25 अंकों का भारांक मिलेगा। इस हेतु शिक्षक भर्ती नियमावली में संशोधन भी किया जाएगा। हालांकि, पदों की संख्या के बारे में कोई खुलासा अभी नहीं हुआ है।

उधर, टीचर्स एंट्रेंस टेस्ट (TET) के मुद्दे पर शिक्षामित्रों को कोई रियायत नहीं होगी और उन्हें टीईटी उत्तीर्ण करना होगा। योगी सरकार ने ये भी साफ कर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा समायोजन रद्द करने के फैसले पर सरकार पुनर्विचार याचिका दायर नहीं करेगी।

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TAGS: 1.5 lakh, shiksha mitra, satyagraha movement, lucknow
OUTLOOK 21 August, 2017
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