लातेहार में डीवीसी की तूबेद कोलियरी में सुरक्षाकर्मियों व कर्मचारियों को उग्रवादियों ने पीटा, कांटाघर को फूंका
झारखंड के उग्रवाद प्रभावित लातेहार जिला के डीवीसी (दामोदर वैली कारपोरेशन) की तूबेद कोलियरी में उग्रवादियों ने रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि को जमकर उत्पात मचाया। कांटाघर में काम करने वाले लोगों और सुरक्षाकर्मियों को दो घंटे बंधक बनाकर बांधकर पीटा तथा पेट्रोल छिड़ककर कांटाघर में आग लगा दी। आग लगने से कांटाघर बुरी तरह जलकर खाक हो गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना के पीछे जेएलटी (झारखंड लाल टाइगर) का हाथ है। वसूली की खातिर दहशत फैलाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है। आधा दर्जन से अधिक वर्दीधारी हथियारबंद उग्रवादियों ने घटना को अंजाम दिया। उग्रवादियों ने फायरिंग भी की मगर कोलियरी में तैनात अन्य सुरक्षाकर्मियों की ओर से जवाबी फायरिंग के बाद उग्रवादी भाग निकले। उग्रवादियों ने अपने संगठन का पर्चा भी छोड़ा। उग्रवादियों ने धमकी दी है कि संगठन की को मैनेज किये काम करने पर इससे भी बुरा अंजाम जेएलटी संगठन द्वारा किया जायेगा। कंप्यूटराइज्ड कांटा घर में तैनात ताज और सोनू पिटाई से गंभीर रूप से घायल हो गये हालांकि किसी तरह वहां से भाग निकले। वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों की पिटाई होते देख अन्य कर्मी भी जानबचाकर भाग निकले।
घटना की जानकारी डीवीसी और ठेका कंपनी के प्रबंधन के साथ पुलिस को भी दे दी गई। जानकारी मिलने के बाद लातेहार पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस का मानना है कि आपराधिक गिरोह ने जेएलटी नामक उग्रवादी संगठन बनाकर वसूली के लिए यह ऑपरेशन किया है। लंबे समय के बाद किसी संगठन ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है।
तीन दिन पहले दी थी धमकी
स्थानीय सूत्रों के अनुसार तीन-चर दिन पहले ही जेएलटी के नाम पर कोलियरी प्रबंधन के अधिकारी को काम बंद करने और संगठन की अनुमति के बाद ही काम करने की हिदायत दी गई थी। संगठन की इस धमकी से प्रबंधन ने पुलिस प्रशासन को अवगत कराते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई थी। बहरहाल कांटाघर जल जाने से रेजिंग, लोडिंग एवं ट्रांसपोर्टिंग का काम तत्काल प्रभावित हो गया।