भाजपा राज में गौशाला में मरी 500 गाएं, हंगामे से जागी सरकार
शेखावत ने हिंगोनिया गौशाला का दौरा कर पशुपालन, गौशाला की देखरेख का जिम्मा देख रहे अधिकारियों से जानकारी ली। सूत्रों ने बताया कि शेखावत गौशाला का जायजा लेकर जल्द ही इस बारे में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सारी स्थिति से अवगत कराएंगे।
राज्य के संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड ने भी कल मुख्यमंत्री के निर्देश पर हिंगोनिया गौशाला का दौरा कर गायों के मरने के कारणों और मौजूदा स्थिति के बारे में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा पर गौशाला में गायों की मौत और वहां रह रहीं गायों की दुर्दशा को लेकर निशाना साधा है।
गौरतलब है कि मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि जयपुर की इस सरकारी गौशाला में रोजाना करीब 40 गायों की मौत हो रही है। अब भी वहां करीब 200 गाएं बीमार बताई जा रही है। यही नहीं जुलाई से लेकर अब तक हजार गायों की मौत का दावा किया जा रहा है। इसके बावजूद जयपुर नगर निगम इस गौशाला की सुध नहीं ले रहा है। इस गौशाला में आठ हजार से अधिक गाएं है। इस लिहाज से देखा जाए तो यहां की करीब 14 फीसदी गायों की मौत सिर्फ एक महीने में हो गई है। यह निश्चित रूप से चिंता की बात है।
राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यहां से 65 ट्रॉली गोबर प्रतिदिन निकलता है, लेकिन दो माह से गोबर यहीं पड़ा है। बारिश आने से यह कीचड़ बन गया। प्रशासन ने तो गायों की मौत पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश महेश चन्द्र शर्मा ने खुद संज्ञान लेते हुए राज्य के वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी दिनेश एमएन और पशुपालन सचिव कुंजीलाल मीणा को कोर्ट में तलब कर स्थिति सुधारने के निर्देश दिए। हाई कोर्ट के निर्देश के बाद अधिकारी हरकत में आ गए हैं। राज्य के पशुपालन सचिव कुंजीलाल मीणा का कहना है कि हिंगोनिया गोशाला में गौवंश के संरक्षण के लिए हर तरह की व्यवस्था की गई है। 14 विशेषज्ञ चिकित्सक लगे हुए हैं। (एजेंसी)