समृद्धि एक्सप्रेस वे पर दिसंबर 2022 से अब तक 88 लोगों की मौत, 600 से अधिक दुर्घटनाएं
महाराष्ट्र के समृद्धि एक्सप्रेसवे पर शनिवार को हुए हादसे में 25 लोगों ने जान गंवा दी। एक अधिकारी ने बताया कि ताजा दुर्घटना के 25 मृतकों को मिलाकर पिछले छह महीने में इस एक्सप्रेसवे पर हुए अलग अलग हादसे में 88 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बता दें कि शनिवार को एक निजी बस के डिवाइडर से टकराने के बाद उसमें आग लग गई थी।
एक राज्य राजमार्ग पुलिस अधिकारी की मानें तो छह लेन चौड़े एक्सेस-नियंत्रित एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाओं का एक कारण सड़क सम्मोहन माना जा रहा है। आपको बता दें कि हाईवे सम्मोहन या ड्राइविंग सम्मोहन एक ऐसी स्थिति है, जब कोई ड्राइवर वाहन चलाते समय उस विशिष्ट अवधि को याद नहीं रख पाता, जब हादसा हुआ हो।
आंकड़ों पर बात करते हुए अधिकारी ने बताया, "पिछले साल दिसंबर में आंशिक रूप से खुले रहने के बाद से नागपुर-मुंबई एक्सप्रेसवे पर कुल 39 घातक दुर्घटनाएँ हुई हैं। इसके अलावा, 616 छोटे और बड़े हादसे हुए हैं, जिसमें 656 लोगों को छोटी या बड़ी चोटों से जूझना पड़ा है। इनमें से अधिकतर हादसे तेज़ गति से गाड़ी चलाने, वाहन चलाते समय चालक को झपकी आने या टायर फटने के कारण हुए हैं।"
अधिकारी ने कहा कि राजमार्ग पुलिस सड़क सम्मोहन की समस्या से निपटने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरे महाराष्ट्र में 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में 15,224 लोग मारे गए। पुलिस ने बताया कि शनिवार तड़के बुलढाणा जिले में एक्सप्रेसवे पर डिवाइडर से टकराने के बाद निजी में सवार 25 यात्रियों की जलकर मौत हो गई। गौरतलब है कि 701 किलोमीटर लंबा नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग अब विदर्भ के सबसे बड़े शहर नासिक के भारवीर तक 601 किलोमीटर की दूरी पर चालू है।